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अगर आप करनाल से यमुनानगर या अंबाला की तरफ जा रहे हैं तो रात के समय जांच के लिए खड़ी RTO की टीम के फर्जी सदस्य से सचेत रहने की जरूरत है, क्योंकि ओवरलोडिंग वाहन चालकों के साथ लूट के अब तक कई मामले सामने आ चुके है। इन्हीं मामलों की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए करनाल की स्टेट विजिलेंस टीम ने तीन आरोपियों को काबू किया है। करनाल विजिलेंस टीम आरोपियों से पूछताछ के आधार पर उनके साथियों की जानकारी जुटाने में लगी हुई है।
जानकारी के अनुसार पानीपत से अंबाला और करनाल से यमुनानगर हाईवे पर आरोपी वाहन चालकों से भारी चालान का डर दिखाकर मोटी राशि वसूल रहे थे। अब विजिलेंस जांच कर रही है कि अब तक कितने वाहन चालकों को इन आरोपियों में अपना शिकार बनाया है।
यहां से खुली परतें
इस अवैध वसूली का पता उस समय चला जब करनाल विजिलेंस की टीम को कई लोगों की शिकायतें मिली थी जिसमें वाहन चालकों से ओवरलोडिंग के नाम पर लाखों रुपए की ठगी हो रही थी। आरोपी रात को फर्जी RTO अधिकारी बनकर वाहन चालकों से ओवरलोडिंग का डर दिखाकर उनके साथ लाखों रुपए की वसूली कर रहे थे। शिकायत के बाद करनाल विजिलेंस टीम ने कार्रवाई की तो तीन आरोपियों को फर्जी RTO के सदस्य बनकर वाहन चालकों से अवैध वसूली करते करते हुए पाएगें।
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करनाल विजिलेंस के कार्यलय के बाहर का दृश्य।
विजिलेंस टीम ने किया गैंग का भंडाफोड़
विजिलेंस टीम ने शिकायत के बाद कार्रवाई करते हुए फर्जी RTO के तीन आरोपियों को सोमवार को यमुनानगर से गिरफ्तार किया। तीनों आरोपियों को रंगे हाथों विजिलेंस टीम ने रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया तीनों आरोपियों से करीब 5 लाख रुपए की राशि बरामद की गई है गिरोह के बारे में जानकारी लेने के लिए विजिलेंस टीम ने सोमवार शाम को आरोपियों को अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए उन्हें रिमांड पर लिया।
हर गाड़ी चालक से करते थे वसूली
स्टेट विजिलेंस टीम से मिली जानकारी के अनुसार रिमांड पर लिए गए तीनों आरोपियों ने बताया कि वह गाड़ियों को निकलवाने के नाम पर 9 से 15 रुपए वसूलते थे आरोपी हरियाणा की गाड़ियों के 9 हजार रुपए व बाहर के नंबर की गाड़ियों से 15 हजार रुपए की वसूली कर रहे थे।
आरोपी खोल सकते हैं और भी कई राज
करनाल स्टेट विजिलेंस के इंस्पेक्टर सचिन कुमार ने बताया कि रिमांड पर लिए गए तीनों आरोपी कई राज खोल सकते है। रिमांड के दौरान आरोपियों से पूछताछ की जा रही है कि उनके गिरोह में कितने सदस्य हैं और किन-किन हाईवे पर इस तरह से वाहन चालकों से वसूली की जा रही है उन्होंने बताया कि रिमांड के दौरान यह भी पता लगाया जाएगा कि आरोपी कितने समय से यह कार्य कर रहे थे और उनके साथ और कौन-कौन सदस्य शामिल है। वहीं उन्होंने वाहन चालकों से अपील की कि अगर हरियाणा में कहीं पर भी RTO के नकली अधिकारी बनकर उनके साथ वसूली की जा रही है तो वह इसकी सूचना करनाल विजिलेंस टीम को दे ताकि समय पर कार्रवाई की जा सके।