हरियाणा के नारनौल में नगर परिषद की टीम ने सोमवार शाम को 4 दर्जन से अधिक होटल, ढाबों व रेस्टोरेंट का निरीक्षण किया। इसकी जांच की गई कि होटल मालिक एनजीटी से संबंधित नियमों का पालन करते हैं या नहीं। टीम ने पार्किंग एरिया, भवन नक्शा, सिंगल यूज प्लास्टिक एवं गीले कूड़े का स्वयं के स्तर पर निवारण जो की एसडब्ल्यूएम रूल 2046 से सम्बन्धित है को जांचा।
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रेवाडी रोड पर स्थित ज्यादातर होटल व ढाबों और रेस्टोरेट में ज्यादातर लोग प्लास्टिक से बनी वस्तुओं का प्रयोग करते हुए पाए गए और कुछ लोगों के पास पार्किंग की सुविधा भी नहीं मिली। इतना ही नहीं होटल मालिकों के पास होटल चलाने के लिए जगह तो है, लेकिन गीले कूड़े के निवारण के लिए ना तो उनके पास कोई सुविधा मिली और ना ही कम्पोस्ट पीट की सुविधा मिली।
जिसकी वजह से नगर परिषद के अधिकारियों ने अनेक होटलों का चालान किया गया। लेकिन कुछ होटलों मे सभी सुविधाएं मिली लेकिन वो सुव्ययस्थित ढंग से नहीं मिली। जिनकी वजह से उनको हिदायत दी गई की आगे से सभी वस्तुओं को व्यवस्थित ढग से करें, ताकि सरकार द्वारा चलाये जा रहे प्लास्टिक प्रतिबंध अभियान के तहत चलान से बचा जा सके।
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प्लास्टिक प्रतिबन्ध अभियान को सुचारू रूप से चलाने में नगर परिषद नारनौल के पालिका अभियंता अनिल यादव, कर अधीक्षक राकेश, दीपक दूबे सीटीएल, प्रवीण, मोहित कुमार सहायक, सफाई शाखा इंचार्ज राधेश्याम र्क्लक आदि उपस्थित थे।