Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the td-cloud-library domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/u561866757/domains/safidonbreakingnews.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121 6 जनवरी 2025 तक कर सकते हैं श्री धनपत सिंह सांगी स्मृति पुरस्कार के लिए आवेदन » Safidon Breaking News
प्रार्थी की आयु 35 वर्ष से लेकर 70 वर्ष के बीच होनी चाहिए
जींद, सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा की ओर से श्री धनपत सिंह सांगी स्मृति पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। पात्र कलाकार 6 जनवरी, 2025 तक इस पुरस्कार के लिए ई-मेल या डाक के माध्यम से संबंधित विभाग में आवेदन कर सकते हैं। निर्धारित तिथि के बाद प्राप्त होने वाले और आवेदनों पर विचार नहीं किया जाएगा।
सरकारी प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि चयनित कलाकार को पुरस्कार के रूप में एक लाख रुपए और प्रशस्ति पत्र व शॉल भेंट की जाएगी। उन्होंने बताया कि आवेदन आगामी 6 जनवरी 2025 तक एससीओ नंबर 200-201 सेक्टर 17-सी चंडीगढ़ या (कपचतपिमसक/हउंपस.बवउ ) डीआईपीआरफील्डएटदारेटजीमेलडॉटकाम पर ईमेल के माध्यम से विभाग को भेजे जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि आवेदन करने वाले व्यक्ति के पास सांगियों की रचनाओं के मंच निर्देशन के लिए कम से कम 10 वर्ष का अनुभव होना जरूरी है। साथ ही आवेदक हरियाणा का निवासी होना अनिवार्य है और यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रार्थी ने सांगों का निर्देशन हरियाणा की संस्कृति की मर्यादा के अनुरूप किया हो। श्रेष्ठ निर्देशक अपने सहयोगी कलात्मक निर्देशक, संगीत निर्देशक, कॉस्ट्यूम डिजाइनर प्रकाश एवं ध्वनि इत्यादि तकनीकी स्टाफ के साथ तालमेल बनाने में दक्ष होना चाहिए। प्रार्थी की आयु 35 वर्ष से लेकर 70 वर्ष के बीच होनी चाहिए और प्रार्थी का सांगों के मंच संचालन में प्रतिष्ठित होना भी जरूरी है। उन्होंने बताया कि प्रार्थी को सांग की रचनाओं के आधार पर स्क्रिप्ट तैयार करने, अभिनय की बारीकियों और संगीत की जानकारी होना जरूरी है। चयनित किए जाने वाले व्यक्ति की सामाजिक छवि अच्छी होनी चाहिए, उस पर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं होना चाहिए और निर्देशित किए गए सांग शिक्षाप्रद व सामाजिक सरोकार से जुड़े होने चाहिए। अनिवार्य योग्यताओं के अनुरूप प्राप्त आवेदनों की छंटनी के बाद सांगियों को अपने पूरे दल के साथ विभाग द्वारा निर्धारित स्थान पर सांग महोत्सव में प्रस्तुति देनी होगी, जिसके आधार पर निर्णायक मंडल द्वारा पात्र सांगी का चयन किया जाएगा। चयन प्रक्रिया पूरी तरह से निष्पक्ष एवं पारदर्शी होगी और चयन कमेटी द्वारा लिया गया निर्णय अंतिम होगा।
यह भी देखें :-
JD School के इनॉग्रेशन एवं कल्चर एक्टीविस्टी में बच्चों ने दिखाया दम। देखिए लाइव