51 पंडितों के मंत्रोच्चारण से शुरू हुए गुप्त नवरात्रे

धार्मिक आयोजनों से व्यक्ति होता है मजबूत : मीना शर्मा

एस• के • मित्तल    
जींद,       महाभारत कालीन जयंती देवी मंदिर में गुप्त नवरात्रों का शुभारंभ हिमाचल प्रदेश से आये 51 पंडितों के मंत्रोच्चारण के साथ हुआ। पंडितों के मुख से निकले शतचंडी पाठ से आस-पास का वातावरण पूरी तरह से भक्तिमय नजर आया। गुप्त नवरात्रों के शुभांरभ अवसर पर सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने पंडितों के साथ मंत्रों का उच्चारण किया। इस अवसर पर वरदान अस्पताल की निदेशक एवं समाज सेविका मीना शर्मा, समाज सेवी विकास जैन ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। मुख्यातिथि मीना शर्मा ने शतचंडी पाठ के शुभांरभ से पहले पंडितों को तिलक लगाते हुए कंबल भेंट किये।
इसके अलावा पंडितों को धोती, माला गौमुखी, शील, साबुन आदि सामान वितरित किया। मां के दरबार में सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने पाठ का श्रवण किया। मंदिर के पुजारी पंडित नवीन कुमार शास्त्री ने इस मौके पर सभी श्रद्धालुओं के लिए सुख-समृद्धि की कामना करते हुए मानव कल्याण के इस कार्यक्रम की महिमा का बखान किया। मुख्यातिथि मीना शर्मा ने कहा कि इस तरह के धार्मिक आयोजनों में शामिल होकर व्यक्ति खुद को तो मजबूत बनाता है ही साथ में वह दूसरों को भी सद्मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता हैं।
इस मौके पर समाज सेवी विकास जैन ने कहा कि धार्मिक आयोजनों में शामिल होने वालों को विशेष ऊर्जा मिलती हैं। शतचंडी पाठ को सुनने वाले और इसके यज्ञ में आहुति डालने वालों पर मां की विशेष कृपा दृष्टि बनी रहती हैं। पंडित नवीन शास्त्री ने बताया कि हिमाचल प्रदेश से आएं 51 वेदपाठी 4 फरवरी तक हर रोज सवा लाख नवार्ण शतचंडी मंत्रों का उच्चारण करेंगे। इसके अलावा प्रतिदिन शाम को शतचंडी यज्ञ होगा, जो लगातार तीन घंटे तक चलेगा। कार्यक्रम में श्रद्धालुओं ने मां जयंती देवी को नारियल भेंटकर अपने लिये कामनाएं मांगी।

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