एस• के• मित्तल
सफीदों, सीआईटीयू, किसान सभा, खेत मजदूर यूनियन के संयुक्त बैनर तले 5 अप्रैल को दिल्ली मार्च की तैयारियों को लेकर एक जत्था उपमंडल के गांव रत्ताखेड़ा, हाट, रामनगर, गांगोली, मोरखी, मालसरी खेड़ा व भंभेवा में पहुंचा और ग्रामीणों को दिल्ली मार्च में बढ़-चढ़कर भाग लेने का आह्वान किया।
सफीदों, सीआईटीयू, किसान सभा, खेत मजदूर यूनियन के संयुक्त बैनर तले 5 अप्रैल को दिल्ली मार्च की तैयारियों को लेकर एक जत्था उपमंडल के गांव रत्ताखेड़ा, हाट, रामनगर, गांगोली, मोरखी, मालसरी खेड़ा व भंभेवा में पहुंचा और ग्रामीणों को दिल्ली मार्च में बढ़-चढ़कर भाग लेने का आह्वान किया।
ग्रामीण सभाओं को संबोधित करते हुए सीटू की राज्य अध्यक्ष सुरेखा व अखिल भारतीय किसान सभा के राज्य उपाध्यक्ष कामरेड फूल सिंह श्योकंद, सीटू राज्य कमेटी संदीप जाजवान व राधेश्याम हाट ने कहा कि खेती में खाद, बीज, दवाई, डीजल आदि के रेट बढऩे तथा अब बेमोसमी बारिश ओलावृष्टि के कारण गेंहू व सरसों की फसल में भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि फसलों पर एमएसपी की गारंटी नहीं होने के कारण किसान व खेत मजदूरों की आय कम हुई है। ऐसे में किसान मजदूरों पर ऋण बढऩे से लाखों की संख्या में किसान-मजदूर आत्महत्या कर चुके हैं। मोदी निजाम में यह घटनाएं और बढ़ी हैं। इसके अलावा हरियाणा में फैमिली आईडी के नाम पर बुढ़ापा पेंशन काट दी गई, फैमली आईडी में अनेकों प्रकार की खामियां है।
इन्ही खामियों के चलते हरियाणा में गरीबों के राशन कार्ड काट दिए गए, प्रदेश में हरियाणा सरकार निर्माण के मजदूरों पर भी हमला कर रही है, उनको दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर कर रही है, इसके अलावा महंगाई की मार जोरों पर है, गैस के सिलेंडर रेट में लगातार बढौतरी कर रही, इलाज के अभाव में लाखों लोग मर रहे है, प्रधानमंत्री आवास योजना में पास हुए मकानों की जींद जिला में हजारों की तादाद में लोग बांट जो रहे हैं। अकेले जींद जिला में पिछले 7 साल में 6000 मकान पास हुए थे लेकिन भाजपा व जजपा राज पूरे जिला भर में 300 लोगों को ही पहली किस्त जारी हुई है, इनमें से 38 मकान कैंपलिट हुए है। उन्होंने कहा कि जिला जींद में तीनों संगठन मिलकर 5 अप्रैल को दिल्ली में किसान मजदूर संघर्ष रैली की तैयारियों में जुटे हुए हैं। इस रैली को लेकर गांव-गांव जाकर किसानों व मजदूरों को न्यौता दिया जा रहा है।
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उन्होंने बताया कि मनरेगा में 200 दिन काम, 600 रुपए दिहाडी, न्यूनतम वेतन 26000 रूपए लागू करने, नए श्रम कोड रद्द करने, परियोजना कर्मियों को पक्का करने, खाद्य सुरक्षा की गारंटी, फसलों पर एमएसपी की गारंटी, बर्बाद फसलों का मुआवजा, बीपीएल कार्डों की बहाली, आवास योजना की बहाली की मांगे इस रैली के माध्यम से रखी जाएंगी। इस मौके पर बालकिशन, सुरेश, रोहित, महावीर, शमशेर, जगदीश, कपूर, जगन्नाथ, दलबीर, राजेंद्र, बलराज, प्रकाश, राजेश, नजीर व जितेंद्र सहित काफी तादाद में लोग मौजूद थे।