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महाशिवरात्रि आध्यात्मिक चेतना को जगाने वाला पर्व: आचार्य परमानंद महाराज
सफीदों (एस• के• मित्तल) : नगर के प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय के हैप्पी हाल में महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में खुशियों का महाकुंभ आध्यात्मिक सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता सफीदों सर्कल इंचार्ज बहन स्नेहलता ने की। कार्यक्रम में आचार्य परमानंद महाराज कटनी (मध्यप्रदेश) व राजयोगी ब्रह्मकुमार भ्राता भारतभूषण का सानिध्य प्राप्त हुआ। होगा। वहीं पिल्लूखेड़ा सर्कल इंचार्ज ब्रह्माकुमारी बहन रजनी विशेष रूप से मौजूद रहीं। आचार्य परमानंद महाराज व ब्रह्मकुमार भ्राता भारतभूषण का बुके देकर अभिनंदन किया गया। इस मौके पर बच्चों ने अपनी सुंदर आध्यात्म्मिक प्रस्तुतियां देकर सभी का मन मोह लिया। अपने संबोधन में आचार्य परमानंद महाराज व ब्रह्मकुमार भ्राता भारतभूषण ने कहा कि महाशिवरात्रि आध्यात्मिक चेतना को जगाने वाला और शांति का संदेश देने वाला पर्व है। निराकार परमात्मा शिव को याद करने से जीवन को मुक्ति मिलती है। वहीं शिवरात्रि का त्योहार अज्ञान के अंधकार की रात्रि को समाप्त करके ज्ञान का प्रकाश लाने वाला यादगार पर्व है। हम सभी को इस पावन पर्व पर अपने अंदर व्याप्त कुरीतियों को दूर करने का संकल्प लेना चाहिए। शिवरात्रि में रात्रि शब्द अज्ञानता, विकार, विकृति, दुख, अशांति व पाप को कहा गया है। शिव पिता परमात्मा के दिव्यता से शिवरात्रि की महिमा पूरे विश्व में प्रचलित है। उन्होंने कहा कि जीवन खुशहाल जिंदगी का नाम है। अगर हम खुशहाल जीवन जीना चाहते हैं तो हमें व्यवहार व दृष्टिकोण बदलने के साथ-साथ जीवन में आने वाली चुनौतियों को समझना एवं उनके प्रति अपनी भावनाओं को सकारात्मक बनाने की जरूरत है। इसमें कोई व्यक्ति दोषी नहीं है बल्कि दोषी उसका व्यक्तिगत दृष्टिकोण है जो कहीं ना कहीं हमारे जीवन का दुख का कारण बनते हैं। कार्यक्रम के समापन पर अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
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