हिसार में सिविल अस्पताल के चीफ मेडिकल ऑफिस (CMO) डॉ. नरेश वर्मा के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने FIR दर्ज की है। मामला हांसी के श्री बालाजी अस्पताल के संचालक डॉ. साहिल की शिकायत पर दर्ज किया गया है। CMO पर आरोप है कि उन्होंने प्राइवेट अस्पताल के संचालक को केस से बचाने के लिए रिश्वत की मांग की थी।
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कुछ दिनों पहले एक ऑडियो सामने आई थी, जिसमें डॉ. नरेश वर्मा द्वारा पैसों के लेनदेन का जिक्र था।
डॉ. साहिल ने शिकायत में बताया कि वह हांसी में श्री बालाजी अस्पताल चलाते हैं। उनके साथ पत्नी डॉ. सेमिका और डॉ. किरण भी सेवाएं दे रही हैं। 22 जुलाई 2023 को अस्पताल में पूनम नामक मरीज आई थी। लेबर पेन होने पर उसका इलाज शुरू किया गया था। जिसकी डिलीवरी डॉ किरण और सोमिका द्वारा की गई। बच्चा 24 हफ्ते का था। बच्चा होने के बाद पिता सुरेश को हिसार बच्चों के अस्पताल में रेफर के लिए बोला। गया, लेकिन वह नहीं लेकर गया। जिसके बाद बच्चे की डेथ हो गई।
PNDT टीम बोली- गर्भपात कराने आई महिला
29 जुलाई 2023 को हिसार की PNDT टीम उसके अस्पताल आई। जिसका नेतृत्व डॉ प्रभुदयाल कर रहे थे। टीम में डॉ कामिद मोंगा, विक्रम गोरिया भी थे। डॉ प्रभुदयाल ने उसे बताया कि यह टीम CMO द्वारा गठित की गई है। इसके बाद प्रभुदयाल ने उसे बताया कि 22 जुलाई को उन्होंने मनु अस्पताल में रेड की थी। उस समय वहां पर पूनम नाम की महिला को MPT किट खिलाई गई।
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उसके बाद पूनम श्री बालाजी अस्पताल में आई। उसके बाद उसका गर्भपात आपके अस्पताल में किया गया। इसलिए आपके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
इस पर डॉ. साहिल ने कहा कि जब पूनम उनके अस्पताल में भर्ती हुई उसे लेबर पेन था। इमरजेंसी में उनका इलाज हुआ और उनका पूरा रिकॉर्ड उनके पास है। पूनम का वाटर बैग लीक हो गया था। जिस कारण मरीज और बच्चों की जान को खतरा था। पूनम के पति सुरेश की सहमति से उसकी डिलीवरी की गई और उसे बच्ची पैदा हुई थी।
डॉ. नरेश वर्मा पर 10 लाख मांगने का आरोप
डॉ प्रभुदयाल ने कहा कि उनके खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी। इसके बाद डॉ. साहिल ने CMO नरेश वर्मा से मुलाकात की और खुद को बेकसूर बताया। उसने उन्हें बताया कि उसकी पत्नी 9 महीने की गर्भवती है। पहले भी उनका 2 बार बच्चा मिसकैरेज हो चुका है। इसलिए उन्हें प्रताड़ित न किया जाए। डॉ. साहिल ने आरोप लगाया कि इस पर डॉ. नरेश वर्मा ने उनसे कि बचना है तो 10 लाख रुपए देने होंगे।
जब डॉ. साहिल ने पैसे देने में असमर्थता जताई तो डॉ. नरेश ने कहा कि बाकी 2 डॉक्टरों को भी पैसे देने पड़ते हैं। मैंने अपने बेटे का एडमिशन भी MBBS में करवाना है। इसके बाद उन्होंने 5 लाख मांगे और कहा कि बाकी के पैसे बाद में देखेंगे। इसके बाद डॉ. साहिल ने हिसार के मटका चौक स्थित PWD रेस्ट हाउस के कमरा नंबर 4 में डॉ. नरेश वर्मा को 5 लाख रुपए दे दिए।
तीन कॉल रिकॉर्डिंग विजिलेंस को सौंपी
डॉ. साहिल ने बताया कि बाद में उसे महसूस हुआ कि जब उसने गलती ही नहीं की तो वह किस बात के पैसे दे। इसके बाद उसने CMO की कॉल रिकॉर्डिंग करनी शुरू कर दी। वह तीन कॉल रिकॉर्ड करने में सफल रहा। इसके बाद नरेश वर्मा ने उसके, पत्नी और डॉ किरण के खिलाफ हांसी में मामला दर्ज करवा दिया।
इसके बाद डॉ. साहिल ने CMO डॉ नरेश वर्मा की कॉल रिकॉर्डिंग के साथ शिकायत विजिलेंस को सौंप दी।