हरियाणा रोडवेज में ‘कागजी टिकट’ का युग होगा खत्म, जल्द शुरू होगी ई-टिकट व्यवस्था

हाइलाइट्स

कंडक्टरों को मशीन चलाने व रखरखाव की दी जाएगी ट्रेनिंग.
कंडक्टरों के भ्रष्टाचार पर लगेगी लगाम.

सिरसा. हरियाणा राज्य परिवहन ने भी डिजिटलाइजेशन की तरफ तेजी से कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं. इसके तहत रोडवेज कंडक्टरों को कागज की टिकटों व पंच से पूरी तरह छुटकारा दिलाए जाने की कवायद जारी है. सिरसा डिपो के कंडक्टर भी जल्द ही मशीनों से टिकट काटते नजर आएंगे. ई टिकटों के जारी होने से कंडक्टरों द्वारा किए जाने वाले भ्रष्टाचार की शिकायतें भी बंद हो जाएगी. इसके लिए सिरसा डिपों में 210 मशीनें पहुंच चुकी हैं.

इन मशीनों के रखने की व्यवस्था अलग से की गई है। योजना के तहत जल्द ही सभी कंडक्टरों के लिए प्रशिक्षण प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। डिपो के तमाम कंडक्टरों को इन मशीनों को चलाने व रखरखाव बारे तफ्सील से जानकारी दी जाएगी. इसके बाद डिपो की सभी बसों में कागज की टिकटों की बजाए मशीनी टिकट देने की व्यवस्था लागू हो जाएगी.

विभागीय अधिकारियों के अनुसार अगले महीने के पहले हफ्ते से ई-टिकटिंग प्रणाली के माध्यम से टिकट काटे जाने शुरू हो जाएंगे. ई-टिकटिंग व्यवस्था से हर बस में मौजूद सवारियों की संख्या परिवहन विभाग के अधिकारियों के पास ऑनलाइन मौजूद रहेगी. मुख्यालय बैठे अधिकारी एक क्लिक भर में यह जान सकेंगे कि सिरसा डिपो की किस बस में किस समय, किस रूट पर, कितने यात्री सवार हुए और आमदन कितनी हुई.

सिरसा रोडवेज के जीएम खूबी राम कौशल ने बताया कि इससे सिस्टम में और पारदर्शिता आएगी. ई-टिकटिंग शुरू होने से रोडवेज बसों में फ्री पास और रियायती कोटे के तहत यात्रा करने वाली सवारियों को एक नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) जारी किया जाएगा. इस कार्ड को जैसे ही कंडक्टर अपने ई-टिकटिंग कियोस्क पर स्कैन करेगा, यात्री की यात्रा से संबंधित डाटा कंट्रोल रूम में आ जाएगा.

इससे विभाग को यह जानकारी रहेगी कि फ्री पास और रियायती कोटे के तहत कितने यात्रियों ने सफर किया है. ई-टिकटिंग की सुविधा से यात्रियों की संख्या का डाटा विभाग के पास रहेगा. इससे जिस रूट पर ज्यादा सवारियां यात्रा कर रही हैं, उस रूट पर ज्यादा बसों की शेड्यूलिंग की जा सकती है. इससे रोडवेज के राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी.

कंडक्टरों के भ्रष्टाचार पर लगेगी लगाम
ई-टिकटिंग सिस्टम के शुरू होने से विभाग में रिवेन्यू लीकेज भी कम होगी. कई बार टिकटों के रि-इश्यू करने व नकली टिकटों के मामले सामने आते हैं. ई-टिकटिंग मशीन से जारी टिकट को न तो रि-इश्यू किया जा सकता है और न ही उसका नकली टिकट काटा जा सकता है. समय समय पर रोडवेज फ्लाइंग द्वारा ऐसे कंडक्टरों की धरपकड़ भी की जाती रहती है जो यात्रियों को या तो टिकट ही नहीं देते, या पुरानी टिकट ही दे देते हैं. मगर ई-टिकट प्रणाली शुरू होने के बाद कंडक्टर ऐसा गड़बड़झाला नहीं कर सकेंगे. करेंगे भी तो उनकी कारस्तानी पकड़ी जाएगी. ई-टिक्टिंग प्रणाली को शुरू करने के लिए विभागिय मुख्यालय की ओर से 210 टिकट मशीनें सिरसा डिपो भेजी गई है. डिपो के कंडक्टरों को इन मशीनों के संचालन की जल्द ही ट्रेनिंग दी जाएगी. इस सुविधा से जहां विभाग व कर्मचारी को फायदा होगा, वहीं यात्रियों को भी बिना किसी असुविधा के टिकट आसानी से मिलेगी.

Tags: Haryana Government, Haryana news

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