स्कूली बच्चों ने गुरूद्वारा में नवाया शीश

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लंगर में ग्रहण किया प्रसाद

एस• के• मित्तल 
सफीदों,         नगर के गुरू गोबिंद सिंह सीनियर सैकेंडरी स्कूल के बच्चों ने नगर के असंध रोड स्थित गुरूद्वारा सच्चा सौदा में अमावस के मौके पर भ्रमण किया। इस मौके पर उनके साथ स्कूल के ख्चेयरमैन गुलाब सिंह किरोड़ीवाल विशेष रूप से मौजूद थे। बच्चों ने गुरूद्वारे में गुरू गं्रथ साहिब के सम्मुख अपना शीश नवाया और वहां पर चल रहे शब्द-कीर्तन का आनंद लिया। वहीं बच्चों ने वहां पर चल रहे अटूट लंगर में प्रसाद ग्रहण किया तथा कुछ देर सेवा भी की।
शिक्षाविद् गुलाब सिंह किरोड़ीवाल ने बच्चों को सच्चा सौदा के बारे में बताया कि जब गुरू नानक देव जी कुछ बड़े हुए तो उनके पिता ने उन्हें कारोबार सिखाने के लिए 20 रुपए देकर सामान खरीदने के लिए भेजा गया ताकि उसे अधिक मूल्य पर बेचकर मुनाफा कमाया जा सके परंतु गुरु जी ने गांव चूहड़काना में कई दिनों से भूखे-प्यासे बैठे संत-महापुरुषों को इन 20 रुपयों का भोजन खिलाया तथा कहा कि यह सच्चा सौदा है। जब गुरु जी घर पहुंचे तो पिता जी उन पर बहुत नाराज हुए परंतु गुरु जी की बहन बीबी नानकी जी ने अपने पिता जी को समझाया कि ये कोई साधारण पुरुष नहीं बल्कि भगवान ने उन्हें किसी विशेष कार्य के लिए भेजा है।
उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी इस दुनिया में भूले-भटके लोगों को सत्य का मार्ग दिखलाने आए थे। गुरु नानक देव जी 1539 ई. में करतारपुर साहिब में ज्योति ज्योत समा गए।
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