फतेहाबाद पहुंची भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल और किसान।
हरियाणा में किसान संगठनों के लोगों को विपक्षी पार्टियों के लोग बताकर सांसद सुनीता दुग्गल किसानों के निशाने पर आ गई हैं। आज फतेहाबाद के जाखल दौरे पर पहुंची सांसद दुग्गल के कार्यक्रम का विरोध करने किसान पहुंचे तो दुग्गल को उनसे माफी तक मांगनी पड़ी। दुग्गल के सॉरी फील करते ही किसानों ने तालियां बजाकर खुशी का इजहार किया और वहां से चले गए।
आज सांसद सुनीता दुग्गल जाखल में जिला विकास समन्वय और निगरानी कमेटी की मीटिंग लेने के लिए ट्रेन से पहुंची थी। यहां पहुंचने के बाद उन्होंने रेलवे को लेकर व्यवस्था का जायजा लिया और कमियों को दूर कर अमृत रेलवे स्टेशन की कैटेगरी में अगली बार जाखल को चुने जाने के प्रयास करने के निर्देश दिए।
किसानों को संबोधित करते हुए सांसद दुग्गल।
इसके बाद वे यहां से अनाज मंडी के पास स्थित रिजॉर्ट में आयोजित होने वाली मीटिंग के लिए रवाना हो गईं। सांसद के जाखल पहुंचने की खबर लगते ही किसान संगठनों के लोग मंडी के बाहर जमा हो गए और नारेबाजी शुरू कर दी। कार्यक्रम स्थल पर डीएसपी शमशेर सिंह के नेतृत्व में पुलिस बल पहले से ही मौजूद था और किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। इसी दौरान सांसद को जब किसानों के इकट्ठे होने का पता चला तो वे उनके बीच पहुंच गईं।
सांसद ने ये दी सफाई
किसानों ने बाढ़ मुआवजे की मांग उनके पास रखी और उन्होंने बीते दिनों सांसद द्वारा किसान संगठनों को विपक्षी दलों के लोग बताने संबंधी बयान पर सफाई मांगी। इस पर सांसद दुग्गल ने उन्हें कहा कि उन्होंने यह बात किसान भाइयों के लिए नहीं कही बल्कि उस सिरसा की उस महिला नेत्री बारे कही थी जो उनके सिरसा क्षेत्र के हर कार्यक्रम में पहुंचकर बाधा पहुंचाती थी, जो हर गांव में जाने पर उनकी गाड़ी के आगे आकर उसे तोड़ने का प्रयास करती थी, जहां जाती, वहां मिलती।
सांसद सुनीता दुग्गल ने किसानों से माफी मांगी।
सांसद ने कहा कि अब पता चला है कि पिछले दिनों वह कांग्रेस में शामिल हो गई, यह बात उन्होंने उसकी महिला के मद्देनजर कही थी। उन्होंने कहा कि किसान तो उनके भाई हैं। इस पर किसानों ने कहा कि सांसद उन्हें टोपी पहना रही हैं और सांसद ने बात तो किसान संगठनों के संदर्भ में ही कही थी।
इस पर सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा कि यदि किसानों को यह लगता है कि यह बात उनके लिए कही गई है तो वे उनसे सॉरी फील करती हैं, किसान मेरे भाई और बड़े हैं, उनके लिए मैं यह नहीं कह सकती। इस पर किसानों ने तालियां बजाई और फिर वहां से चले गए।
सांसद का विरोध करने पहुंचे किसान।
बता दें कि कुछ दिन पहले फतेहाबाद में पत्रकारों के सवाल पर सांसद सुनीता दुग्गल ने किसान संगठन के लोगों को विपक्षी दलों के लोग बताया था। सांसद ने कहा था कि यह संगठन नहीं विपक्षी दलों के कुछ लोग हैं, हम जब गांवों में जाते हैं तो यह कहते हैं कि हम गांवों में घुसने नहीं देंगे और जब नहीं जा पाते तो कहते हैं कि आप आते क्यों नहीं हो? यह कुछ पाॢटयों के चंद लोग हैं, जो लोगों को बरगलाने व बहकाने की कोशिश करते रहते हैं, लेकिन जनता हमारे साथ है।