एस• के• मित्तल
सफीदों, राखी का त्यौहार सिर पर लेकिन सफीदों में राखी के त्यौहार की कोई रौनक दिखाई नहीं दे रही है। राखी के त्यौहार को लेकर सफीदों के बाजार गुलजार होने की बजाए सुनसान पड़े हैं। दुकानदारों ने दुकानों के बाहर रंगबिरंगी राखियां तो सजाई हुईं हैं लेकिन खरीददार नाममात्र हैं। दुकानों पर खाली बैठे दुकानदार ग्राहकों की बाट जोह रहे हैं।
ओणम की देशभर में धूम: लोग मंदिरों में पूजा करने के लिए पहुंच रहे; 10 दिनों तक मनाया जाएगा त्यौहार
कोई ग्राहक दुकान पर एक बार चढ़ जाए दुकानदार उसे किसी कीमत पर खाली नहीं जाने देना चाहते चाहे उन्हे कम कीमत पर ही क्यों ना राखी बेचनी पड़े। राखियों की दुकानों के अलावा मिठाई की दुकानों पर भी कोई खास ग्राहक अभी दिखाई नहीं पड़ रहा है। दुकानदारों का कहना है कि वे राखी को लेकर काफी माल लाए हुए हैं और उन्होंने अपनी दुकानों पर सजा भी रखा है लेकिन अन्य वर्षों की भांति इस बार काफी मंदा है। हालात ये हैं कि उनका काफी माल अबकि बार बचने की संभावनाएं हैं।
हालांकि कुछ दुकानदारों ने यह भी उम्मीद जताई कि अब नए ट्रेंड के मुताबिक ग्राहक टाईम टू टाईम की घरों से खरीददारी के लिए निकलता है। हो सकता है कि समय की समय ग्राहक खरीददारी के लिए बाजारों में आ जाए। इसके अलावा दो दिनों में 30 या 31 अगस्त को राखी मनाने को लेकर भी ग्राहकों में संसय हैं। ग्राहक खुलकर बाजार में नहीं आया तो उन्हे राखी के माल में काफी नुकसान उठाना पड़ेगा। इसके अलावा ऑनलाईन कारोबार ने भी राखियों की सेल पर काफी फर्क डाला है। काफी लोग अब ऑनलाइन तरीके से राखियां व गिफ्ट पैकिंग मंगवा रहे हैं।