सेना में भर्ती के लिए अच्छी पढ़ाई व शारीरिक मानदंड पूरा करना जरूरी – कैप्टन पुनित
एस• के• मित्तल
सफीदों, सफीदों के सरला मेमोरियल राजकीय कन्या महाविद्यालय में सफीदों व पिल्लूखेड़ा खंड के स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए एक विशेष कैरियर काउंसलिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि एसडीएम आईएएस डा. आनंद कुमार शर्मा व विशिष्टातिथि के रूप में कैप्टन पुनीत ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कार्यकारी खंड शिक्षा अधिकारी सफीदों दलबीर मलिक व खंड पिल्लूखेड़ा रामनिवास शर्मा ने की। समारोह का संचालन संयोजक संजीव पुंडीर ने किया। अपने संबोधन में एसडीएम डा. आनंद कुमार शर्मा ने कहा कि उनके द्वारा चलाई जा रही मुहिम मेरा भविष्य मेरा निर्णय में स्कूलों के विद्यार्थियों की कैरियर काउंसलिंग की जा रही है। उन कार्यक्रमों में विद्यार्थी सेना में भर्ती के बारे में प्रश्न करते थे। इस विषय को ध्यान में रखते हुए सेना के अधिकारियों का इस कार्यक्रम में बुलाया गया है ताकि ताकि विद्यार्थियों को सेना में भर्ती होने के विभिन्न तौर तरीकों के बारे में बताया जा सके। इस मौके पर आए कैप्टन पुनीत ने विद्यार्थियों को आर्मी में सिपाही से लेकर ऑफिसर तक की भर्ती के बारे में संपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि ज्वाइन इंडिया आर्मी के नाम से वेबसाइट पर सभी प्रकार की भर्तियों की जानकारी उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि सेना की नौकरी के बाद व्यक्ति को एक विशेष सम्मान दिया जाता है क्योंकि सेना का सिपाही अपने लिए नहीं देश की सेवा के लिए अपना घर परिवार छोड़कर अपनी जान तक न्यौछावर करने के लिए तैयार रहता है। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि सेना में भर्ती होने के लिए किसी ट्रेनिंग इंस्टिच्यूट पर जाने की बजाय 10वीं से 12वीं तक अच्छे से पढ़ाई व शारीरिक मानदंड को पूरा करना चाहिए। जो विद्यार्थी 10वीं से 12वीं तक अच्छे से पढ़ाई कर लेता है उसे अलग से किसी ट्रेनिंग की जरूरत नहीं है। कैप्टेन पुनीत ने विद्यार्थियों के प्रश्न का जवाब देते हुए बताया कि सेना में एनसीसी के सी सर्टिफिकेट होने पर अलग फायदा मिलता है।
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उन्होंने बताया कि अब सेना में लड़कियों को भी भर्ती होने का मौका सरकार द्वारा दिया जा रहा है। उन्होंने एक छात्रा के प्रश्न पर बताया कि ट्रेनिंग से ज्यादा पहले भर्ती हुए किसी सैनिक का अनुभव, गूगल और यूट्यूब की सहायता से तैयारी करना ज्यादा अच्छा रहता है। उन्होंने बताया कि अंग्रेजी सीखना जरूरी तो है लेकिन आवश्यक नहीं है। उससे ज्यादा जरूरी है कि आप ईमानदार हों और पढ़ाई में अच्छे हो। उन्होंने बताया कि अभी सरकार द्वारा एक योजना बनाई जा रही है जिसके अंतर्गत 3 साल तक की नौकरी भी सेना में कर सकेंगे। एसडीएम डा. आनंद कुमार शर्मा से विद्यार्थियों द्वारा आईएएस की तैयारी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने आईएएस की पूर्ण भर्ती प्रकिया की जानकारी दी। विदित रहे कि मेरा भविष्य मेरा निर्णय नाम की मुहिम हरियाणा में सबसे पहले सफीदों के एसडीएम आईएएस डा. आनंद कुमार शर्मा द्वारा शुरू की गई है। सूबेदार मेजर राम अवतार ने सिपाही भर्ती के बारे में विभिन्न पहलुओं पर विद्यार्थियों को जानकारी दी। कार्यक्रम में आए हुए अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
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