भक्ति काल में महापुरूषों ने भक्ति के माध्यम से भगवान को पाने का किया मार्ग प्रशस्त – डॉ. कृष्ण लाल मिढ़ा
कहा – संत शिरोमणी गुरू रविदास ने दिखाया मानवता को सदमार्ग
एस• के• मित्तल
जींद, जींद के विधायक डॉ. कृष्ण लाल मिढ़ा ने कहा कि हम सभी को महापुरूषों के जीवन चरित्र से सीख लेकर जीवन को सार्थकता से जीना चाहिए। संत शिरोमणी गुरू रविदास ने मानवता को सदमाार्ग दिखाया है। भक्ति काल में महापुरूषों ने भक्ति के माध्यम से मानव जाति के लिए भगवान को पाने का मार्ग प्रशस्त किया था। सरकार द्वारा सभी महापुरूषों की जयंतियों को सरकारी तौर पर मनाया जा रहा है, जोकि इन महापुरूषों को सच्चा नमन है। कार्यक्रम में पहुंचने पर विधायक डा० कृष्ण लाल मिढ़ा का फूल-मालाओं के साथ स्वागत किया। विधायक डॉ. कृष्ण लाल मिढ़ा बुधवार को रामराय गेट रविदास मंदिर व धर्मशाला में संत शिरोमणी गुरू रविदास जयंती के उपलक्षय में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि संत शिरोमणी गुरू रविदास मध्य युगीन भारत के महान समाज सुधारक थे, उन्होंने समाज में फैली कुरीतियों और बुराईयों को दूर करते हुए सभी को एकता के सूत्र में पिरोने का कार्य किया। भक्तिकाल में संत महापुरूषों ने समाज सुधार का एक सशक्त संदेश दिया था और भगवान से सीधे जुडऩे की राह समस्त मानव जाति को दिखाई थी। उन्होंने कहा कि संत महापुरूष किसी एक विशेष वर्ग के लिए नहीं, बल्कि समूचि मानव जाति के होते हैं। कोई भी धर्मग्रंथ तोडऩे का नहीं, बल्कि जोडऩे का काम करते हैं। हम सभी को सभ्य समाज की स्थापना के लिए अपना सकारात्मक योगदान देना चाहिए और मानव हित के कार्यों में बढ़चढ़ कर भाग लेना चाहिए। महापुरूषों के दिखाए गए मार्ग पर चलते हुए सरकार प्रत्येक वर्ग के लिए एक समान नीतियां बना रही है। उन्होंने कहा कि महापुरूषों की जयंतियां व इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजनों से हम सभी को विशेषकर युवा पीढ़ी को उनके स्वर्णिम इतिहास के बारे में जानने का मौका मिलता है। इसके साथ-साथ युवाओं को उनके आदर्शों और सिद्धांतों पर चलने की प्रेरणा मिलती है।
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महापुरूषों ने सदैव मानवता को जीवन जीने की कला सिखाई है। संत गुरू शिरोमणी रविदास ने भक्ति आंदोलन में समाज सुधार का ऐतिहासिक कार्य किया। उन्होंने अपने छंदों के माध्यम से जहां सामाजिक कुरीतियों का विरोध किया, वहीं समरस्ता, सकारात्मकता का संदेश भी दिया। उनके दौहे आज के समय में भी प्रासांगिक है। हम सभी को उनके दिखाए गए सदमाार्ग पर चलना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एसडीएम डा. वेदप्रकाश बैनिवाल ने कहा कि श्री गुरू रविदास की जयंती पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। सभी वर्गों को उनका अनुसरण करते हुए शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए। जिला स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यातिथि द्वारा गुरू रविदास जी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया एवं हवन यज्ञ में आहूति डाली। कार्यक्रम में जिला कल्याण अधिकारी नरेन्द्र सिंह, रविदास महासभा के प्रधान सूबे सिहं, छबीलदास, राजेन्द्र पातलान, पार्षद राममेहर, मदन लाल धनवाल, राजकपूर, शमशेर, कपिल, विजय छाछिया, जयप्रकाश,रतन सिंह, महेन्द्र ग्रोवर, हरिश, विक्रम, सूरजमल, वेदप्रकाश पातलान आदि उपस्थित थे।
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