हनुमान जी इस कलियुग के हैं जीवित देवता है: राकेश जैन
एस• के• मित्तल
सफीदों, नगर में श्री हनुमान स्वरूपों की झांकी धूमधाम से निकाली गई। इस झांकी का नगर के अनेक स्थानों पर जोरदार अभिनंदन हुआ।
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झांकी में श्री हनुमान स्वरूप बड़े-बड़े मुकुट धारण करके तथा शरीर पर सिंदूर का लेप करके चल रहे थे। झांकी में शामिल हनुमान स्वरूप व उनके अनुयायी डीजे पर बज रहे भजनों पर जमकर झूके। इस दौरान पूरा सफीदों श्रीराम व श्री हनुमान के रंग में रंग गया तथा चारो ओर माहौल भक्तिमय हो गया। यह झांकी नगर की पुरानी अनाज मंडी स्थित पूर्व पालिका प्रधान राकेश जैन के निवास पर पहुंची। जहां पर पूर्व पालिका प्रधान राकेश जैन व सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने श्री हनुमान स्वरूपों की आरती उतारी व प्रसाद वितरण किया। अपने संबोधन में पूर्व पालिका प्रधान राकेश जैन ने कहा कि श्री हनुमान जी इस कलियुग के जिवित देवता है तथा भक्तों पर अपनी कृपा बरसाते हैं।
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इस काल में चिंरजीवी श्रीराम दूत हनुमान जी की कृपा प्राप्ति का सरल साधन केवल सुंदरकाण्ड एवं श्री हनुमान चालीसा का पाठ है। चारों युग में हनुमान जी के ही प्रताप से जगत में उजियारा है। हनुमान जी हमारे बीच इस धरती पर सशरीर मौजूद हैं। किसी भी व्यक्ति को जीवन में श्रीराम की कृपा के बिना कोई भी सुख-सुविधा प्राप्त नहीं हो सकती है। श्रीराम की कृपा प्राप्ति के लिए हमें हनुमान जी को प्रसन्न करना चाहिए। उनकी आज्ञा के बिना कोई भी श्रीराम तक पहुंच नहीं सकता। हनुमान जी की शरण में जाने से सभी सुख-सुविधाएं प्राप्त होती हैं। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया।