एस• के• मित्तल
सफीदों, नगर के जींद रोड पर स्थित श्री गौशाला एसोसिएशन के तत्वावधान में गौशाला प्रांगण में गोपाष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर गौशाला एसोसिएशन द्वारा विशाल हवन करके श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता गौशाला एसोसिएशन के प्रधान शिवचरण कंसल ने की। इस मौके पर अनेक स्कूलों के बच्चों ने पहुंचकर गौमाता का आशीर्वाद प्राप्त किया।
वहीं नगरीय लोगों ने भी पहुंचकर गौमाता की फेरी की और गौमाता को तिलक लगाकर माल्यार्पण किया। अपने संबोधन में प्रधान शिवचरण कंसल ने कहा कि सत्य सनातन धर्म में गौमाता पूजनीय व वंदनीय है। इस दिन से ही भगवान योगेश्वर श्रीकृष्ण ने मात्र 6 वर्ष की आयु से ही गायों को चराना शुरू किया था। इसके अलावा कार्तिक शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से सप्तमी तक श्री कृष्ण ने गोप-गोपियों की भयंकर वर्षा से रक्षा हेतु गोवर्धन पर्वत को अपनी अंगुली पर धारण किया था। अष्टमी के ही दिन देवराज इंद्र ने श्री कृष्ण से क्षमा मांगते हुए वर्षा को बंद किया था।
तदोपरांत मां कामधेनु गाय ने अपने दूध से श्री कृष्ण का अभिषेक किया था। गाय की पूजा व सेवा करने से सर्वकल्याण होता है। इसके अलाव सफीदों शहर स्थित स्वामी गौरक्षानंद गौशाला में गोपाष्टमी मनाई गई और गौपूजन किया गया।
।