विद्यार्थियों ने दौरा करके जानी एफसीआई की भण्डारण प्रणाली की विधि छात्रों को किया कुपोषण एवं एफसीआर चावल की महत्वता के प्रति जागरूक

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एस• के• मित्तल 
सफीदों,      भारतीय खाद्य निगम सफीदों कार्यालय में राष्ट्रीय पोषण माह के तहत बुधवार को सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में प्रबंधक (गुणवत्ता नियंत्रण) वीर सिंह चौधरी, डिपो प्रबंधक अवधेश परमार व भागीरथ मीना विशेष रूप से मौजूद थे। इस सेमीनार में नगर के सरकारी मॉडल संस्कृति सीनियर सैकेंडरी विद्यालय के विद्यार्थियों व स्टाफ ने शिरकत की।
इस अवसर पर स्कूल की ओर से अध्यापक बंसी लाल व योगेश कुमार विशेष रूप से पहुंचे। इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने एफसीआई की भण्डारण प्रणाली, एफसीआर चावल की क्वालिटी व खाद्य पदार्थों की उपयोगिता को गहराई से जाना। अपने संबोधन में एफसीआई के गुणवत्ता प्रबंधक वीर सिंह चौधरी ने कहा कि भारत सरकार देश से कुपोषण को मिटाने के लिए अभियान चला रही है, जिसके तहत पोषण पखवाड़ा एवं पोषण माह मनाया जा रहा है। देश स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में भले ही सराहनीय कार्य कर रहा हो लेकिन जागरूकता के अभाव में रोगियों का आंकड़ा भी प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। वर्तमान समय में भागदौड़ की दिनचर्या और गलत खानपान इसकी बड़ी वजह हैं। स्वस्थ रहने के लिए समय पर पौष्टिक आहार लेने की आवश्यकता है।
भारत सरकार ने कुपोषण को मिटाने के लिए घर-घर तक फोर्टीफाईड चावल पहुंचाने का अभियान चलाया है। इस चावल का सेवन करने से आयरन, फोलिक एसिड, विटामिन बी-12 आदि की पूर्ति मानव शरीर में आसानी से हो जाएगी और बच्चों एवं महिलाओं के स्वास्थ्य विकास में बहुत सहायता मिलेगी। उन्होंने यह भी बताया गया कि फोर्टीफाईड चावल का सेवन उन लोगों को नहीं करना जो लोग थैलेसीमिया मेजर, सिकल सेल अनीमिया तथा टीबी से पीड़ित हैं। उन्होंने बताया कि एफसीआर चावल में एक परसेंट फोर्टीफाइड चावल मिक्स किया जाता है जिसे एफसीआई मिलर से लेकर अपने गोदाम में भंडार करती है और वहां से यह चावल विभिन्न डिपो पर भेजा जाता है। जहां से मिड डे मिल के द्वारा या डिपो होल्डर के द्वारा या चावल आम जनता तक पहुंचता है।
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