जरनैल सिंह को अपहरण के बाद हाथ पांव बांध कार की डिग्गी में डाला गया।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र के लाडवा के गांव गजलाना से अगवा किए गए जरनैल सिंह को यमुनानगर में मुक्त करा लिया। उसके परिजनों से 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई थी। अपहरणकर्ता उनका पुराना ड्राइवर बताया जा रहा है। जरनैल को हाथ पांव बांध कर कार की डिग्गी में डाला गया था। रिहाई के बाद अब उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
रिहाई के बाद अस्पताल में दाखिल जरनैल सिंह।
लाडवा के डीएसपी जय सिंह ने बताया कि जरनैल सिंह के भाइयों ने पुलिस को उसके अपहरण की सूचना दी थी। बताया था कि उसे छोड़ने की एवज में 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी जा रही है। पुलिस ने छानबीन शुरू की तो पता चला कि अपहरण में उनके पुराने ड्राइवर का हाथ है। पुराने ड्राइवर ने ही उन्हें उनके हाथ पैर रस्सी से बांधकर उनकी कार की डिग्गी में ही बंधक बनाकर डाला हुआ था।
छानबीन के लिए ट्रामा सेंटर पहुंची लाडवा पुलिस।
जांच के दाैरान पुलिस को कार की लोकेशन यमुनानगर के गांव नवाजपुर में मिली। इसके बाद वहां रेड की गई। बंधक बनाए गए जरनैल सिंह को कार की डिग्गी से बरामद किया। उसे उपचार के लिए यमुनानगर के ट्रॉमा सेंटर भेजा गया। घायल जरनैल सिंह के भाई कुलदीप सिंह ने बताया कि उसका भाई मिट्टी सप्लाई करने का काम करता है। उन्हें फोन से सूचना मिली थी कि उसके खुद के बेटे और जरनैल सिंह को किडनैप कर लिया गया है। उनकी रिहाई के लिए 20 लाख रुपए की डिमांड की गई थी। पुलिस आगे की जांच में जुट गई है।
जानकारी देते हुए जरनैल का भाई कुलदीप सिंह।