रेडक्रॉस के लिए सामाजिक संस्थाएं होती है हैल्पिंग हैंड: रवि हुड्डा

गुरू नानक सेवा संघ ने चलाया पौधारोपण अभियान

एस• के • मित्तल   
सफीदों,        सामाजिक संस्था गुरू नानक सेवा संघ के तत्वावधान में नगर के प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में बुधवार को पौधारोपण एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की बहन रेखा का सानिध्य प्राप्त हुआ। वहीं बतौर मुख्यातिथि रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव रवि हुड्डा ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष श्याम स्वामी ने की।
इस अवसर पर पूर्व खण्ड शिक्षा अधिकारी डा. नरेश वर्मा, रेडक्रॉस ट्रेनर डा. रणधीर सैनी, रेडक्रॉस के डा. दिनेश कौशिक, एसबीआई बैंक मैनेजर विक्रम सिंह, बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष रमेश भारद्वाज व समरपाल राणा विशेष रूप से मौजूद थे। इस मौके पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए संजय पार्क में व्यापक पौधारोपण अभियान चलाया गया। पार्क में अनेक प्रकार फलीय व औषधीय पौधे लगाए गए। वहीं 10 मीटर एयर पिस्टल में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने वाली कार्तिका व 170 किलोग्राम में वेट लिफ्टिर गोल्ड मेडलिस्ट दिव्यांश को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया।
अपने आशीर्वचन में बहन रेखा ने कहा कि परमपिता पिता शिव की कृपा का ही प्रताप है कि इस प्रकार का भव्य आयोजन यहां पर संपन्न हुआ। संस्था के द्वारा लगाए गए पौधे एक दिन पेड़ बनकर आने वाली पीढिय़ों को निश्चित तौर पर लाभांवित करने का कार्य करेंगे। बहन रेखा ने उपस्थित लोगों को मेडीटेशन करवाया तथा राजयोग की जानकारी दी। अपने संबोधन में रेडक्रॉस के सचिव रवि हुड्डा ने कहा कि रेडक्रॉस के हर कार्य में सामाजिक संस्थाएं एक हैल्पिंग हैंड है। रक्त की पूर्ति के लिए जितने भी रक्तदान शिविर लगते हैं उनमें अधिकतर सहयोग सामाजिक संस्थाओं और सामाजिक लोगों का होता है। अगर यूं कहें कि सामाजिक संस्थाओं के बिना रेडक्रॉस अधूरा है तो भी कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। सफीदों क्षेत्र में गुरू नानक सेवा संघ के अध्यक्ष श्याम स्वामी के अलावा बहुत सी संस्थाएं अच्छा कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है।
रक्त की पूर्ति के लिए मानव के ही रक्त की ही आवश्यकता होती है। आज तक भी वैज्ञानिक रक्त का कोई तोड़ नहीं निकाल पाएं हैं। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे समाज में ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करें क्योंकि पौधारोपण करके ही बिगड़ते पर्यावरण को बचाया जा सकता है। अगर हम अब भी नहीं संभले तो एक दिन हमें सांस लेना भी दूभर हो जाएगा। कार्यक्रम के समापन पर आयोतक संस्था के अध्यक्ष श्याम स्वामी ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

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