राममय हुई ऐतिहासिक महाभारतकालीन नगरी सफीदों कही शोभायात्रा निकली, कहीं हुई प्राण-प्रतिष्ठा तो कहीं लगे विशाल भंडारे

एस• के• मित्तल   
सफीदों,   ऐतिहासिक महाभारतकालीन नगरी सफीदों सोमवार को राममय हो गई। जिधर भी नजर दौड़ाओ चहुंओर श्रीराम पताका व रामभक्तों की टोलियां ही दिखाई पड़ रही थी। वहीं श्रीराम भजनों की धुन कहीं ना कहीं से रह-रहकर कानों में पड़ रही थी। इस दिन को लेकर इन नगरी के लोग बेहद उतावले थे और इस दिन के लिए उन्होंने व्यापक तैयारियां की हुईं थी।
कहीं शोभायात्रा निकली, कहीं श्री राम परिवार की प्राण-प्रतिष्ठा हुई तो वहीं अनेक स्थानों पर भंडारे व प्रसाद वितरण हुआ। अपने रामलला के आगमन की खुशी में जिससे जो बन पड़ रहा था वह कर रहा था। नगर का मुख्य कार्यक्रम ऐतिहासिक नागक्षेत्र सरोवर मंदिर प्रांगण में हुआ। यहां पर अखंड़ रामायण के पाठ का आयोजन हुआ। इसके अलावा यहां पर भजन-कीर्तन के उपरांत विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया। इसके साथ-साथ यहां पर अयोध्या में हो रहे प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव का लाईव प्रसारण भी एलईडी के माध्यम से दिखाया गया। श्रद्धालुगण एलईडी पर लाईव प्रसारण देखकर भाव-विभोर हो रहे थे। जैसे ही अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई, श्रद्धालुओं ने जय श्रीराम के गगनभेदी नारे लगाने शुरू कर दिए।
उधर नंदी गौसेवा धाम के संचालक नगर पार्षद दीपक चौहान की अगुवाई में पूरे नगर में विशाल भव्य राम दरबार शोभायात्रा निकाली गई। यह शोभायात्रा खानसर चौंक से शुरू होकर पूरे नगर का भ्रमण करते हुए नागक्षेत्र सरोवर पर आकर संपन्न हो गई। शोभायात्रा में युवाओं व गौभक्तों का जोश देखते ही बन रहा था। वहीं श्री सालासर सेवा समिति ट्रस्ट द्वारा पुराना बस स्टैंड पर खीर का प्रसाद वितरित किया। महिलाओं के समर्पित सामाजिक संस्था वूमेन एरा फाऊंडेशन के तत्वावधान में संस्था के सैंटर पर विशाल हवन करके प्रसाद वितरित किया गया। इसके साथ-साथ महात्मा गांधी मार्ग, हाट रोड़ व पुरानी अनाज मंडी के जैन स्थानक पर भंडारे व प्रसाद वितरण का आयोजन किया। वहीं नगर के श्रीराम मंदिर, पंचमुखी हनुमान मंदिर, गीता मंदिर, राधेश्याम मंदिर, लैय्या धर्मशाला, खाटू श्याम मंदिर के अलावा अनेक मंदिरों में भी रामायण पाठ, भजन कीर्तन व प्रसाद वितरण का आयोजन किया गया। नगर की पुरानी अनाज मंडी स्थित श्री सतनारायण मंदिर में श्रीराम परिवार की स्थापना की गई। स्थापना व प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व प्रतिमाओं की परिक्रमा करवाई गई। प्राण प्रतिष्ठा को लेकर आयोजित किए गए अखंड श्री रामायण पाठ को भी विराम दिया गया।
3 दिवसीय पूजा-अर्चना के उपरांत श्री राम दरबार स्थापना की गई और विशाल भंडारा आयोजित करके कार्यक्रम का समापन किया गया। इसके अलावा अग्रवाल वैश्य समाज के तत्वावधान में नगर के महाराजा अग्रसैन चौंक को भी दुल्हन की तरह से सजाया गया और वहां पर दीपोत्सव किया गया। इस पुनित अवसर को लेकर नगर का कोई भी ऐसा मंदिर या धार्मिक स्थान ऐसा नहीं था जिसे विशेष रूप से सजाया ना गया हो। वहीं रात्रि में की गई विशेष प्रकाश की व्यवस्था ने इस साज-सज्जा को चार चांद लगा दिए। लोगों ने भी रात्रि में अपने घरों में दीपमाला करके माहौल को दीपावली जैसा बना दिया और जमकर आतिशबाजी भी की।
अपने संबोधन में विश्व हिंदू परिषद के संजीव गौत्तम, अरविंद शर्मा, प्रमोद गौत्तम, सत्यदेव चौबे व शिक्षाविद् नरेश सिंह बराड़ ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि 500 साल के अथक संघर्षों व बलिदानों के उपरांत आज यह शुभ दिन आया है। रामलला टैंट से निकलकर भव्य मंदिर में विराजमान हुए हैं। सनातन धर्म के प्रताप व करोड़ों लोगों की सच्ची आस्था का ही परिणाम है कि आज पूरे देश में दीपावली जैसा माहौल है और पूरा देश, प्रदेश व सफीदों इलाका राम नाम के नारों से गूंज रहा है।

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