एस• के• मित्तल
सफीदों, उपमंडल सफीदों के गांव सरनाखेड़ी के सैनिक मनीष का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। सैनिक मनीष के पार्थिव शरीर का पोस्टमार्टम नागरिक अस्पताल सफीदों में हुआ और हिसार बटालियन ने सेना की टुकड़ी की गाड़ी यहां पर पहुंची। अंतिम संस्कार के लिए सेना की टुकड़ी सैनिक मनीष का पार्थिव शरीर लेकर गांव सरनाखेड़ी पहुंची।
जैसे ही सैनिक मनीष का पार्थिव शरीर घर पर पहुंचा तो पूरा गांव व क्षेत्र के लोग उनके घर पर उमड़ पड़े। परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं गांव व क्षेत्र के लोग भी भारी गमगीन थे। अंतिम संस्कार के मौके पर विधायक सुभाष गांगोली, पूर्व विधायक जसबीर देशवाल व सदर एसएचओ कृष्ण कुमार पहुंचे और पुष्पचक्र अर्पित करके अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। सेना की टुकड़ी ने मातमी धून बजाकर, शस्त्र झुकार व हवाई फायर करके व सेल्यूट करके अपने साथी को अंतिम विदाई दी। वहीं सेना ने संस्कार से पहले सैनिक मनीष के पार्थिव शरीर पर लिपटा तिरंगा पूरे प्रोटोकॉल के साथ परिवार के लोगों को सौंपा गया। वहीं गांव के लोगों ने फौजी मनीष अमर रहे और भारत माता की जय के गगनभेदी नारे लगाए।
फौजी मनीष के भाई ने चिता को मुखाग्रि दी। बता दें कि गांव सरनाखेड़ी का मनीष (24) भारतीय सेना की 72, इंजीनियरिंग रेजिमेंट में जम्मू में चालक पद पर तैनात था। वह 2018 में सेना में भर्ती हुआ था। परिजनों के अनुसार बुधवार को वह एक महीने की छुट्टी लेकर घर पहुंचा था। मनीष ने आज सुबह चाय ली और उसके बाद उसे हार्टअटैक जैसी समस्या हुई और उसने दम तोड़ दिया। मनीष का तबादला जम्मू से पश्चिम बंगाल के लिए हुआ था जहां ज्वाइन करने के लिए एक महीने की छुट्टी लेकर वह घर आया था।
उसने बताया कि 4 माह पहले ही उसकी शादी हुई थी। अपने संबोधन में विधायक सुभाष गांगोली ने कहा के फौजी मनीष का अल्पायु में इस प्रकार से अचानक चले जाना पूरे देश, सफीदों क्षेत्र व गांव सरनाखेड़ी के लिए बहुत बड़ी क्षति है। वे मनीष के परिवार के साथ सदैव साथ खड़े है। उन्होंने सरकार से मांग की कि परिवार को आर्थिक मदद व नौकरी दी जाए ताकि उनका अच्छे से जीवन गुजर-बसर हो सके।