विद्यार्थी को सर्जनशील एवं कठोर परिश्रमी होना चाहिए: जसबीर देशवाल
एस• के• मित्तल
सफीदों, गर के राजकीय महाविद्यालय में सोमवार को दिपावली मेले का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि पूर्व विधायक जसबीर देशवाल ने शिरकत की। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्या डा. तनाशा हुड्डा ने की। इस मेले में 60 छात्र-छात्राओं ने 26 स्टॉल लगाए और तीन सेल्फी प्वाइंट तथा दो झूले लगाए।
मेले में बिक्री के स्टालों की चार कॉर्नर में विभाजित किया गया। प्रथम कॉर्नर अन्नपूर्णा में पाक कला में निपुण छात्रों ने विभिन्न स्वादिष्ट व्यंजन बनाए, द्वितीय कार्नर पर हस्तकला में साज सज्जा की वस्तुएं, दिये, शहद तथा गृह निर्मित वस्तुएं, तृतीय कार्नर पर साज सृंगार और चतुर्थ कार्नर पर आजा नाच ले में नृत्य गायन का आयोजन किया गया। मेले में छात्रों के द्वारा स्वनिर्मित पदार्थों की लगभग 46000 रुपए की सेल की और विक्रय का लाभ विद्यार्थियों को दिया गया। अधिक सेल करने वाले तीन स्टॉल के छात्रों को पुरस्कृत किया गया। अपने संबोधन में पूर्व विधायक जसबीर देशवाल ने कहा कि सृजनशीलता विद्यार्थियों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करती है।
विद्यार्थी को सर्जनशील एवं कठोर परिश्रमी होना चाहिए। ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों को स्वरोजगार की तरफ प्रेरित करते हैं और इससे आत्मनिर्भर भारत अभियान को भी बल मिलता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी जीवन को इसीलिए अनमोल कहा जाता है, क्योंकि इसमें हम अपने जीवन को सुखी बनाने के लिए कठिन परिश्रम कर आगे बढ़ सकते हैं। यदि हम छात्र जीवन में आराम करते हैं तो आने वाले समय में हमें कई गुणा अधिक परिश्रम करना पड़ता है। अगर हम छात्र जीवन में मेहनत कर लेते हैं तो पूरा जीवन सुख के साथ बीतता है और समाज में विशेष सम्मान प्राप्त होता है। इस मौके पर डॉ अंजू शर्मा, डा. जयविंद्र शास्त्री, मनीता, रीनू देवी व प्रदीप मान विशेष रूप से मौजूद थे।