मॉडल संस्कृति स्कूल में बच्चों से घास उखड़वाने का मामला

चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम ने स्कूल पहुंचकर बच्चों से की बात

निरीक्षण के दौरान टीम को कई खामियां मिली

रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी: परमजीत सिंह

एस• के • मित्तल     
सफीदों,        नगर के राजकीय सीनियर सैकेंडरी मॉडल संस्कृति स्कूल में बच्चों से घास उखड़वाने व कुड़ा-कर्कट उठवाने के मामले में सोमवार को चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम स्कूल में पहुंची और स्कूल की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इस टीम परमजीत सिंह व सुरेश कुमार शामिल रहे। वहीं समाजसेवी सुनील गहलावत व इस मामले का शिकायतकर्ता सोनू भी विशेष रूप से मौजूद रहा। टीम के सदस्यों ने स्कूल के प्राचार्य चैन सिंह व डीपी अजय कुमार से बच्चों से घाय कटवाने के बारे मे जानकारी हासिल की।
वहीं उन्होंने बच्चों से भी इस मामले में पूछा तो एक क्लास के बच्चों ने तो कह दिया कि उन्होंने घास अपनी मर्जी से काटी है तो वहीं दूसरी कक्षा के बच्चों ने कहा की हमने घास डीपी सर के कहने पर काटी थी। इसके अलावा इस टीम ने दौरे के दौरान पाया कि स्कूल में कैंटीन व पीने के पानी की उचित व्यवस्था नहीं है। कक्षाओं में अलग-अलग से मटके रखे हुए थे। बच्चों ने बताया कि ये मटके अध्यापकों ने अपने लिए रखे हुए है तथा वे उन्हे इन मटकों में से पानी नहीं पीने देते हैं। टीम ने तत्काल उन मटकों को वहां से उठवाया।
टीम ने पाया कि कक्षाओं में पंखे तो हैं लेकिन ज्यादातर पंखे खराब पड़े हैं। मजबूरन बच्चों को गर्मी में बैठना पड़ रहा है। टीम ने पाया कि स्कूल में बच्चे नीचे फर्श पर तप्पड़ बिछाकर बैठे हुए हैं तथा उनके बैठने के लिए बैंच पूरे नहीं हैं। टीम ने बच्चों के खाने के लिए बनाए गए मिड डे मील का निरीक्षण किया तो पाया कि बनाया जा रहे खाने की क्वालिटी काफी हलकी थी। वहीं खाना बनाते समय बीच में ही गैस का सिलेंडर खत्म हो गया जबकि सरकार के द्वारा दो सिलेंडर दिए जाते हैं ताकि एक खत्म हो जाए तो दूसरा बदल ले लेकिन दोनों ही सिलेण्डर खाली मिले। सिलेण्डर खत्म होने के कारण बच्चों के लिए बनाई जा रही खिचड़ी का कार्य बीच में ही रुक गया। टीम के सामने ही मिड डे मील के इंचार्ज प्रमोद कुमार ने तत्काल घर से सिलेण्डर मंगवाकर खिचड़ी बनवाने का कार्य पूर्ण करवाया।
वहीं स्कूल के प्रिंसिपल चैन सिंह ने कहा कि मैंने अभी कुछ ही दिन पूर्व डीडी चार्ज संभाला है और स्कूल में जो कमियां हैं उसके लिए उच्चाधिकारियों को लिखा है लेकिन वहां से कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहीं स्कूल के डीपी अजय कुमार का कहना है कि खेल का मैदान में काफी घास व कंकर इत्यादि थी। बच्चों को इनके कारण खेलने में काफी दिक्कतें आ रही थी। मैदान को दुरूस्त करने के लिए बच्चों ने खुद इस घास को उखाड़ा है। मैने किसी बच्चे को घास को उखाडऩे के लिए नहीं कहा है।
इस मामले में चाइल्ड हेल्प लाइन टीम के परमजीत सिंह व सुरेश कुमार ने कहा कि कहा एनएसएस कैंप के दौरान बच्चों से घास उखाडऩे एवं साफ-सफाई का काम करवाया जा सकता है लेकिन इसके अलावा रूटीन में हम बच्चों से इस प्रकार से काम नहीं लिया जा सकता। जब ये मामला सामने आया उस वक्त स्कूल में कोई एनएसएस का कैंप नहीं लगा हुआ था। इस प्रकार से बच्चों से काम लिया जाना कतई कानून के विरूद्ध है। उन्होंने बताया कि इस सारे मामले की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करके उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर उच्चाधिकारी आगामी कार्रवाई अमल में लाएंगे।

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