मां बच्चे की प्रथम गुरु होती है: रूचि कंसल

 

 

 

एस• के • मित्तल 

सफीदों, विद्या भारती हरियाणा एवं हिंदू शिक्षा समिति कुरुक्षेत्र के तत्वाधान में चल रहे स्वामी निगमबोध तीर्थ गीता विद्या मंदिर सफीदों विद्यालय में बुधवार को मातृ सम्मेलन का आयोजन किया गया।

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इस कार्यक्रम में पहली एवं दूसरी कक्षा के विद्यार्थियों की माताओं को बुलाया गया तथा क्रिया आधारित शिक्षण के बारे में माताओं से कुछ क्रियाएं करवाई गई। माताओं को संबोधित करते हुए शिक्षाविद् रुचि कंसल ने कहा कि माता ही बच्चे की प्रथम गुरु होती है। बच्चे के विकास में मां का महत्वपूर्ण योगदान है। घर के अनेक ऐसे क्रियाकलाप है जो माताएं करते-करते बच्चों को भी शिक्षण दे सकती हैं।

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