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एस• के• मित्तल
सफीदों, नगर की श्री एसएस जैन स्थानक में धर्मसभा को संबोधित करते हुए मधुरवक्ता नवीन चन्द्र महाराज एवं श्रीपाल मुनि महाराज ने कहा कि इस भौतिकवादी युग में मनुष्य निरंतर मोह व लोभ के जंजाल में फंसता चला जा रहा है। आजतक जितने भी मनमुटाव, हिंसा, अत्याचार या अनाचार हुए हैं उनके पीछे कहीं ना कहीं लोभ कारण रहा है। इंसान की इच्छाएं अनंत होती हैं जो कदापि पूर्ण नहीं हो पाती।
सफीदों, नगर की श्री एसएस जैन स्थानक में धर्मसभा को संबोधित करते हुए मधुरवक्ता नवीन चन्द्र महाराज एवं श्रीपाल मुनि महाराज ने कहा कि इस भौतिकवादी युग में मनुष्य निरंतर मोह व लोभ के जंजाल में फंसता चला जा रहा है। आजतक जितने भी मनमुटाव, हिंसा, अत्याचार या अनाचार हुए हैं उनके पीछे कहीं ना कहीं लोभ कारण रहा है। इंसान की इच्छाएं अनंत होती हैं जो कदापि पूर्ण नहीं हो पाती।
इंसान खाली हाथ आता है एवं एक दिन खाली हाथ ही प्रस्थान कर जाता है। लोभ तन, मन, धन, कुटुंब, जमीन-जायदाद, पद-प्रतिष्ठा या अन्य कई प्रकार का हो सकता है लेकिन है बहुत खतरनाक। लोभ में पड़ा इंसान कभी प्रभू भक्ति को प्राप्त नहीं कर सकता है। इंसान को यह समझना होगा कि उसे पेट भरने के लिए दो रोटी, पहनने के लिए कपड़ा और रहने के लिए कुछ जगह की तो चाहिए, फिर भी वह क्यों लोभ-लालच व मोह-माया के चक्कर में पड़ा हुआ है। भाग्य में जो कुछ भी लिखा है, वह मिलना अवश्य ही है, इसलिए ज्यादा मारामारी की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि मन को नियंत्रण कर लो, जीवन सुधर जाएगा। ये मन ही तो है जो पाप और पुण्य कराता है। जीवन को नेक और बुराईयों के रास्तों पर ले जाता है। मन की पवित्रता से जीवन आगे बढ़ता है।
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