हिंसा के दौरान का ड्रोन फुटेज सामने आया है। इसमें कुछ लोग मृतक के शव को अपने साथ ले जाते नजर आ रहे हैं।
मणिपुर के इम्फाल ईस्ट के खामेनलोक और पुखाओ संतीपुर इलाके में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच फिर हिंसा भड़क उठी। मंगलवार (13 फरवरी) को हुई गोलीबारी में 1 शख्स की मौत और 3 लोग घायल हो गए। इलाके में गोलीबारी लगातार हो रही है, इस कारण मरने वालों की संख्या और भी बढ़ सकती है।
हिंसा के बाद का ड्रोन फुटेज सामने आया है। इसमें पहाड़ी पर मौजूद लोग अपने घायल और मृत साथियों को ले जाते नजर आ रहे हैं। हिंसा में मरने वाले शख्स की पहचान 25 साल के सागोलसेम लोया के रूप में हुई है।
पुलिस ने बताया कि घायल हुए लोगों में से एक को पैर में और एक को कंधे में गोली लगी। हालांकि, वे खतरे से बाहर हैं। घायल हुए लोग मैतई समुदाय के हैं या कुकी के, यह अभी साफ नहीं हो पाया है।
हिंसा में 1 युवक की मौत हुई है और 3 घायल हैं। मरने वालों को संख्या बढ़ सकती है।
बच्चों पर भी चलाई गोलियां
वहीं, शांतिपुर इरिल नदी के पास जब गोलीबारी शुरू हुई तो वहां कुछ बच्चे फुटबॉल खेल रहे थे। उन पर भी हथियारबंद लोगों ने गोलियां चलाईं। घबराए हुए बच्चे अपनी जान बचाने के लिए झाड़ियों में छिप गए। इस दौरान वह घायल हो गए। बच्चों का भी वीडियो सामने आया है, जिसमें उनके पैरों में जख्म नजर आ रहे हैं। बच्चे रो रहे हैं और आस-पास गोलियों की तड़तड़ाहट सुनाई दे रही है।
दरअसल, इम्फाल ईस्ट के खामेनलोक में जहां यह घटना हुई, वह मैतई बहुल इलाका है। इसके पास ही कांगपोकपी इलाका है, जो कुकी बहुल इलाका है। दोनों गुटों के बीच पहले भी हिंसा हुई है।
यह वीडियो इम्फाल ईस्ट इलाके में हुई गोलीबारी के दौरान का है।
हाल ही में मणिपुर में सुरक्षाबलों पर हुआ था हमला
मणिपुर के थौबल जिले में उपद्रवियों ने 17 जनवरी को पुलिस हेडक्वार्टर पर हमला किया था। उपद्रवी भीड़ की तरफ से की गई फायरिंग में तीन जवान घायल हो गए थे। पुलिस के अनुसार भीड़ ने पहले हेडक्वार्टर में दाखिल होने की कोशिश की थी। जब पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बल प्रयोग किया, तो भीड़ के बीच से कुछ उपद्रवियों ने फायरिंग कर दी।
इस हमले में घायल जवानों की पहचान कॉन्स्टेबल गौरव कुमार, एएसआई सोबराम सिंह और एएसआई रामजी के तौर पर हुई थी। घटना के बाद जिला प्रशासन ने थौबल में कर्फ्यू लगा दिया था। हालांकि हेल्थ, मीडिया सहित जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों और कोर्ट के कामकाज में शामिल लोगों समेत हवाई अड्डों पर जाने वाले यात्रियों को कर्फ्यू के दायरे से छूट दी गई थी।
मणिपुर CM बोले- 1961 के बाद आए लोगों को बाहर निकालेंगे
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने सोमवार (12 फरवरी) को ऐलान किया था कि 1961 के बाद राज्य में आए लोगों को बाहर निकाला जाएगा। उन्होंने कहा- 1961 के बाद मणिपुर आने और बसने वाले लोगों की पहचान की जाएगी। वे किसी भी जाति या समुदाय के हों, उन्हें बाहर किया जाएगा।
मणिपुर सरकार का ये फैसला राज्य के स्थानीय जाति समूहों के लोगों की रक्षा को लेकर उठाए गए कदम के रूप में देखा जा रहा है। राज्य में मई 2023 से सांप्रदायिक हिंसा जारी है। सीएम बीरेन ने हिंसा के लिए ड्रग माफिया और अवैध प्रवासियों, खासकर म्यांमार के शरणार्थियों को दोषी ठहराया था। L