मंत्री का नाम लेकर अधिकारियों को लताड़ा: ऑफिस में जाकर खूब झाड़ा रौब; स्कूल बस का चालान करने पर बिफरा राव इंद्रजीत समर्थक

हरियाणा के रेवाड़ी जिले में एक प्राइवेट स्कूल बस का चालान करने पर केन्द्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह का समर्थक बिफर गया। उसने RTA ऑफिस में जाकर अधिकारियों को मंत्री का नाम लेकर लताड़ लगाते हुए खूब रौब भी झाड़ा। मामले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

मंत्री का नाम लेकर अधिकारियों को लताड़ा: ऑफिस में जाकर खूब झाड़ा रौब; स्कूल बस का चालान करने पर बिफरा राव इंद्रजीत समर्थक

मिली जानकारी के अनुसार, बावल कस्बा में प्राइवेट स्कूल चलाने वाले केन्द्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह के समर्थक अरूण यादव के स्कूल की बस का बुधवार को चालान कर दिया गया था। चालान होने पर अरूण यादव इस कदर तैश में आए कि सीधे RTA ऑफिस पहुंच गए और अधिकारियों पर खूब रौब झाड़ा।

वायरल वीडियो में अरूण यादव अधिकारियों को धमकाते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में सुनाई दे रहा है कि राव इन्द्रजीत सिंह से बात नहीं कर सकते, वह इतनी बड़ी तोप हो गया। मैं उसे ढूंढता फिर रहा हूं। साथ ही कहते सुनाई दे रहे हैं कि वे अपने फोन से राव इन्द्रजीत सिंह की फोन पर बात कराना चाहते थे, लेकिन बात नहीं की।

मैंने खूब ट्रांसफर रूकवाए हैं। 22 साल में पहली बार चालान हुआ है और वह भी खाली बस का। इसी वीडियो में एक अधिकारी अपने साहब को फोन करके राव इन्द्रजीत सिंह का फोन आने की बात भी पूछ रहे हैं। उसके बाद अरूण यादव कहते दिख रहे है कि वे उनके फोन पर बात करना चाहते थे।

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दरअसल, अरूण यादव के स्कूल की बस का चालान मापदंड पूरे नहीं होने की वजह से हुआ था। चालान बावल में SDM और RTA की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए किया था। बस में फायर सिलेंडर रिफिल नहीं था और फर्स्ट एड बॉक्स भी नहीं था, जिसकी वजह से बस का चालान किया गया।

वहीं दूसरी तरफ स्कूल संचालक और राव इन्द्रजीत सिंह समर्थक अरूण यादव ने वायरल वीडियो को लेकर कहा कि उनकी बस के इंजन में प्रॉब्लम थी। ड्राइवर इंजन का काम कराने के बाद वापस लौट रहा था। इंजन के काम में 70 हजार रुपए लगाए हैं। बस में स्कूल का कोई बच्चा भी नहीं था।

अगर बच्चा होता तो भी गलती हो सकती थी। हालांकि बस में फायर सिलेंडर रिफिल नहीं मिला और फर्स्ट एड बॉक्स नहीं था, जिसकी वजह से चालान किया गया। वे राव इन्द्रजीत सिंह से नहीं, बल्कि उनके PA से बात कराने को कह रहे थे। जल्दबाजी में उनकी जुबां से राव इन्द्रजीत सिंह का नाम निकल गया। इसके लिए मैं खुद स्टाफ से भी माफी मांग चुका हूं।

 

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