हरियाणा के भिवानी में पशु पालन विभाग लंपी वायरस को लेकर सतर्क हो गया है। विभाग ने बिमारी से पीड़ित पशुओं के इलाज के लिए 40 टीमों का गठन किया है। ये टीमें जिले के विभिन्न गांवों में जाकर टीकाकरण करने और लोगों को जागरूक करने का काम करेगी। लंपी वायरस के ज्यादा मामले राजस्थान की सीमा से सटे गांवों में सामने आए है। जिसमें 14 गायों की मौत भी पशुपालन विभाग द्वारा दर्ज की गई है।
पशुपालन विभाग के SDO डॉ. प्रदीप कुमार व पशु डॉक्टर डॉ. सुभाष ने बताया कि लंपी बीमारी पशुओं की त्वचा संबंधी एक संक्रामक रोग है। इस रोग में पशुओं की त्वचा पर गांठ हो जाती हैं। पशुपाल की टीम ने अब तक 22 हजार पशुओं को डोज दी है। साथ ही 58 हजार टीकों की डोज अगले दिनों में लगा दी जाएंगी।
लंपी बीमारी से निपटने के लिए गांव-गांव में जाकर पशु पालकों को इस बीमारी से निपटने के लिए जानकारी दी जा रही है। जो गांव राजस्थान सीमा के साथ सटे हैं, वहां पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है। इसके साथ ही पशु बांधने वाले स्थानों पर फॉगिंग व दवाई का छिड़काव किया जा रहा है, जिससे कि पशुपालन वाले स्थान पर मक्खी, मच्छर व चीचड़ समाप्त हो जाएं। क्योंकि इन्ही के कारण एक से दूसरे पशु में बीमारी फैलती है।
.
हिसार में पशु मेलों पर रोक: DC ने लगाई धारा 144; एक स्थान से दूसरी जगह ले जाने पर भी प्रतिबंध