एस• के• मित्तल
सफीदों, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सफीदों सैंटर इंचार्ज बहन स्नेहलता ने पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य को तिलक लगाकर उन्हे राखी बांधी। इस मौके पर बहनों ने परमात्मा के द्वारा दिया गए संदेश को भी पढ़ा और आश्रम की ओर से पूर्व मंत्री को मिष्ठान भी भेंट किया। पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य ने बहन स्नेहलता से राखी बंधवाकर उनके प्रति आभार व्यक्त करते हुए उनका आशीर्वाद लिया। अपने संबोधन में पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य ने कहा कि भारतीय संस्कृति में रक्षाबंधन का त्यौहार अपने आप में बहुत महत्व रखता है।
सफीदों, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सफीदों सैंटर इंचार्ज बहन स्नेहलता ने पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य को तिलक लगाकर उन्हे राखी बांधी। इस मौके पर बहनों ने परमात्मा के द्वारा दिया गए संदेश को भी पढ़ा और आश्रम की ओर से पूर्व मंत्री को मिष्ठान भी भेंट किया। पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य ने बहन स्नेहलता से राखी बंधवाकर उनके प्रति आभार व्यक्त करते हुए उनका आशीर्वाद लिया। अपने संबोधन में पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य ने कहा कि भारतीय संस्कृति में रक्षाबंधन का त्यौहार अपने आप में बहुत महत्व रखता है।
यह त्यौहार है भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है। बहन भाई को इस दिन राखी बांधकर उससे उम्मीद रखती है कि किसी भी तकलीफ में वह उसकी रक्षा करें। वे बड़े भाग्यशाली है जो बहनों ने शुद्ध आध्यात्मिक भावनाओं ने उन्हे राखी बांधकर परमेश्वर से जोड़ने का कार्य किया है। अपने संबोधन में बहन स्नेहलता ने कहा कि रक्षाबंधन का पर्व भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है। हमें मिलकर अपने पवित्र रिश्ते की डोर को राखी की मदद से मजबूत बनाना है।
यह प्रेम का बंधन हमे अपने कर्तव्य को याद दिलाता है तथा स्वयं के साथ-साथ सभी के जीवन को श्रेष्ठ बनाने की प्रेरणा देता है। यू तो बंधन किसी को अच्छा नहीं लगता है लेकिन इस रक्षाबंधन के बंधन में सभी बंधना चाहते हैं। जब हम ईश्वर के प्रेम व मर्यादाओं के बंधन में बंध जाते हैं तो विकारों और तमाम प्रकार की बुराइयों के बंधन से मुक्त हो जाते हैं।
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