एस• के• मित्तल
सफीदों, वीरवार को यहां स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की रेलवे रोड शाखा परिसर में एक बुजुर्ग मजदूर ने कैशियर द्वारा उसे फालतू दे दी गई 6 हजार रुपये की राशि लौटा दी। बिहार का राजेंद्र साहू यहां भारतीय खाद्य निगम से सेवानिवृत्त है। वह आज उसकी पत्नी पदमी के साथ अपने बैंक खाते से इस शाखा में 6 हजार रुपये की नकदी निकलवाने को आया था जहां कैशियर ने गलती से उसे 12 हजार रुपये दे दिए।
सफीदों, वीरवार को यहां स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की रेलवे रोड शाखा परिसर में एक बुजुर्ग मजदूर ने कैशियर द्वारा उसे फालतू दे दी गई 6 हजार रुपये की राशि लौटा दी। बिहार का राजेंद्र साहू यहां भारतीय खाद्य निगम से सेवानिवृत्त है। वह आज उसकी पत्नी पदमी के साथ अपने बैंक खाते से इस शाखा में 6 हजार रुपये की नकदी निकलवाने को आया था जहां कैशियर ने गलती से उसे 12 हजार रुपये दे दिए।
राजेंद्र जब खिड़की छोड़कर बाहर निकला और उसने नोट गिने तो ये 6 हजार रुपये ज्यादा थे। उसने तत्काल केशियर को बताया कि उन्होंने उसे 6 हजार रुपये ज्यादा दे दिए हैं औऱ यह राशि केशियर को लौटा दी। उसने बताया कि कहीं से भी, किसी का एक रुपया भी नाजायज तरीके से उसकी जेब मे नहीं आ सकता।
ऐसे में यह तो हो ही नहीं सकता था कि इस राशि को वह खुद रख लेता। राजेंद्र अपने परिवार के साथ यहां सिंगलपुरा कॉलोनी में रहता है।