कहा : सड़क तंत्र को और बेहतर बनाने के लिए तेजी से किया जाए कार्य
वर्चुअल बैठक में मुख्यमंत्री ने सड़क सुधारीकरण कार्यों को लेकर उपायुक्तों के साथ की वर्चुअल बैठक
जींद : डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने अधिकारियों को कहा कि बरसात के दौरान कुछ स्थानों पर सड़क मार्ग के खराब होने का अंदेशा है। ऐसे में सड़क तंत्र को और बेहतर बनाने के लिए विभागीय अधिकारी तत्परता से कार्य करें। ताकि बेहतर सड़क तंत्र की सुविधा आमजन को आसानी से उपलब्ध हो सके। डीसी ने यह निर्देश शनिवार को लघु सचिवालय के सभागार में हुई बैठक के दौरान संबंधित अधिकारियों को दिए। इस बैठक से पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रदेश के सभी उपायुक्तों के साथ वर्चुअल बैठक कर बरसात के कारण टूटने वाली सड़कों की विस्तार से जानकारी ली और सभी क्षतिग्रस्त सड़कों को जल्द से जल्द दुरूस्त करने के निर्देश दिए।
डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने कहा कि जिला में जरूरत अनुसार सड़क सुधार कार्य प्राथमिकता पर करवाए जा रहे हैं। जिला में लोक निर्माण विभाग की लगभग 780 किलोमीटर की सड़क है। जिनमें से 156 किलोमीटर पर पेचवर्क का अनुमान लगा लिया गया है। इसके लिए वर्क ऑर्डर जल्द जारी किया जाएगा। इसी प्रकार एचएसएमबी की कुल 15 किलोमीटर की 9 सडके हैं जिसकी अनुमानित लागत तय कर ली गई है। एचएसआईडीसी की नरवाना उपमंडल में लगभग साढे 5 किलोमीटर लंबी सड़कें है इन सभी सड़कों पर पेंच वर्क कार्य चल रहा है।
डीसी ने लोक निर्माण विभाग, नगर निकाय, एसएसवीपी, एनएचएआई सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी सड़कें मोटरेबल स्थिति में होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे तथा मिडियन में उगी झाड़ियों को तुरंत हटाया जाए। राष्ट्रीय राजमार्गों पुलों के पास जितने भी लिंग रोड़ हैं, उन्हें तुरंत दुरूस्त किया जाए, ताकि आवागमन करने वालों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। सडक तंत्र को और मजबूत बनाने के लिए ऐसी योजना बनाई जाए कि जिन सड़क मार्ग पर पानी भरता है वहां भविष्य में ऐसी समस्या न आए। सडक के साथ जिन स्थानों पर ड्रेन बनाने की आवश्यकता है, वहां ड्रेन बनाई जाए और जिन सड़कों पर पानी खड़ा हो जाता है उसे ऊंचा उठाया जाए। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण कार्य में गुणवत्ता और समय का विशेष ध्यान रखा जाए। अधिकारी समय-समय पर निर्माण सामग्री की जांच करते रहे। उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आवश्यकता अनुसार सड़कों की विशेष मरम्मत (स्पेशल रिपेयर) भी की जाए। इस अवसर पर एडीसी विवेक आर्य, डीएमसी सुरेन्द्र दूहन, कार्यकारी अभियंता, सतीश गर्ग, आरके नैन, पोषण कल्याण व विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।






