फरीदाबाद: गदपुरी टोल प्लाजा को खाली करने की धमकी, धरना स्थल पर पिस्टल लेकर घुसा बदमाश

 

 

फरीदाबाद. हरियाणा के फरीदाबाद के गदपुरी का टोल हटाने को लेकर चल रहे ‘टोल हटाओ आंदोलन’ में एक बदमाश ने पिस्टल दिखाकर धरना दे रहे दो पूर्व विधायक और एक मंत्री के साथ साथ ग्रामीणों को धमकाते हुए पिस्टल लहराते, ये पूरी घटना मोबाइल कैमरे में कैद हो गई है. पुलिस ने शिकायत दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.

महिला अग्रवाल वैश्य समाज सफीदों ने हंसराज तीर्थ पर यह क्या कर दिया… देखिए लाइव…

पृथला विधानसभा के गदपुरी मैं लगने वाले टोल को लेकर पिछले कई महीनों से लगातार दो पूर्व विधायक और एक पूर्व मंत्री ग्रामीणों के साथ मिलकर धरना प्रदर्शन दे रहे हैं. इन लोगों को कहना है कि सरकार ने नियमों को ताक पर रखकर स्टॉल को पृथला विधानसभा के लोगों की बीच में लगा दिया है, जिससे आने वाले समय में स्थानीय लोगों को एक गांव से दूसरे गांव में जाने के लिए भी भारी शुल्क चुकाना पड़ेगा.

पिस्टल दिखाकर धमकाया और लहराते हुए निकल गया बदमाश 

इसे लेकर आज दो विधायक और एक पूर्व मंत्री के साथ सैकड़ों की संख्या में स्थानीय ग्रामीण टोल प्लाजा पर पंचायत कर रहे थे, तभी कुछ बदमाश हाथों में हथियार लिए टोल पर पहुंच जाते हैं. पूर्व मंत्री समेत दोनों विधायकों और ग्रामीणों को जल्द से जल्द टोल को खाली करने की धमकी दे डालते हैं. इतना ही नहीं बदमाशों के हौसले इतने बुलंद दिखाई दिए कि धमकी देने के बाद वह आसानी से वहां से निकलने में भी कामयाब रहे गनीमत यह रही कि इस दौरान बदमाशों की तरफ से फायरिंग नहीं की गई.

20 मई के लिए गरेना फ्री फायर मैक्स रिडीम कोड: इन रिडेम्पशन कोड का उपयोग करें और मुफ्त पुरस्कार जीतें

यदि बदमाश फायरिंग की घटना को अंजाम दे देते तो कहीं ना कहीं बहुत बड़ा हादसा गदपुरी टोल पर घट सकता था. हालांकि इस पूरे मामले की शिकायत स्थानीय लोगों और मंत्री ने पुलिस को दे दी है. वहीं पुलिस ने इस पूरे मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है.

पुलिस और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल 

हरियाणा के पूर्व मंत्री करण दलाल ने कहा कि जिस तरीके से भारतीय जनता पार्टी के संरक्षण में गुंडाराज पनप रहा है. उससे साफ जाहिर होता है कि इस युवक के पीछे भी किसी न किसी बड़े राजनेता का संरक्षण है. क्योंकि जहां सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण 2 विधायकों के साथ पूर्व मंत्री धरने पर बैठे हुए हैं. वहां पर इस तरीके से हथियार लेकर धमकी देना कहीं न कहीं पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान खड़े करता है.

आंदोलन कर रहे पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा ने कहा कि इस घटना के बाद 22 तारीख को दोबारा से आसपास के गांव के तमाम लोगों की महापंचायत का आयोजन किया जाएगा. पंचायत होने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा कि आगे की रणनीति किस तरीके से बनाई जानी है.

.

.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *