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एस• के• मित्तल सफीदों, सफीदों के गांव करसिंधू में प्रस्तावित पैरामेडीकल कालेज को जींद स्थानांतरित होने से रोकने की मांग को लेकर इलाके के सैंकड़ों लोगों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नाम एक ज्ञापन एसडीएम मनीष कुमार फोगाट को सौंपा। ज्ञापन कार्यक्रम में सफीदों हलका के विधायक सुभाष गांगोली ने विशेष रूप से शिरकत की।
वहीं इस कालेज को रोकने को लेकर बनाई गई सफीदों संघर्ष समिति के सदस्यगण भी विशेष रूप से मौजूद रहे। सफीदों संघर्ष समिति के बैनर तले क्षेत्रभर के लोग नगर के रामलीला मैदान में एकत्रित हुए और वहां से नारेबाजी करते हुए मुख्य बाजारों से होते हुए सीधे मिनी सचिवालय पहुंचे और एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि 4 अपै्रल 2022 को सफीदों की पुरानी अनाज मंडी में आयोजित हुई जनसभा में सीएम मनोहर लाल ने सफीदों में सरकारी पैरा मेडिकल कॉलेज बनाने की घोषणा की गई थी और साथ में यह भी कहा था कि इस कॉलेज को बनाने में अगर कोई सरकारी अड़चन आई तो वह उसे भी दूर करेंगे। वयोवृद्ध समाजसेवी स्व. टीसी गर्ग के कड़े संघर्ष के परिणामस्वरूप सरकार के द्वारा सफीदों को दी गई यह बहुत बड़ी सौगात मानी जा रही थी और जनता ने इसका खुले दिल से स्वागत किया था।
इस पैरा मेडिकल कॉलेज को बनाने की खातिर स्व. टीसी गर्ग की संस्था आईपी कन्या एजूकेशन सोसायटी द्वारा 50 लाख रुपए की धनराशि शुरुआती कार्यों की खातिर देने की घोषणा की गई थी। जिसकी स्वीकृति जिला उपायुक्त के माध्यम से पहले ही सरकार को दे चुकी है। इसके अलावा पैरा मेडिकल कॉलेज के भवन निर्माण की खातिर सफीदों के नजदीकी गांव करसिंधू की ग्राम पंचायत द्वारा लगभग 5 एकड़ भूमि भी सरकार को दी जा चुकी हैं। इसके साथ-साथ आईपी सोसाइटी कॉलेज में आने वाले कोर्सों के लिए सरकारी रजिस्ट्रेशन की करीब डेढ़ लाख रुपए फीस भी सरकार को अदा कर चुकी है। इस कॉलेज की कक्षाओं को तत्काल शुरू करवाए जाने की खातिर 25 कमरों के एक शानदार भवन की भी व्यवस्था और यातायात की सुविधा के लिए बस उपलब्ध कराने का स्वीकृति पत्र भी संस्था द्वारा दिया गया है।
सीएम की कालेज बनाने की घोषणा के बाद सफीदों वासियों व यहां के विद्यार्थियों को एक उम्मीद की किरण नजर आ गई थी परन्तु पिछले कुछ दिनों से इस पैरा मेडिकल कॉलेज को सफीदों के बजाय जींद में शिफ्ट करने की बात सामने आने से जनता में मायूसी व रोष है। इस कालेज के शिफ्ट होने की बात से सफीदों के लोगों को तो गहरा धक्का लगा ही है साथ ही साथ स्व. टीसी गर्ग की आत्मा को भी कहीं ना कहीं ठेस पहुंचख्ी है। उन्होंने सरकार से मांग की कि इस पैरा मेडिकल कॉलेज को सफीदों में ही बनवाया जाए ताकि इस पिछड़े इलाके की तरक्की हो, लोगों को रोजगार मिले और बच्चों को शिक्षा प्राप्त हो।
क्या कहते है सफीदों संघर्ष समिति के सदस्य
कालेज को जींद जाने से रोकने के लिए गठित की गई सफीदों संघर्ष समिति के सदस्यों संजीव गौत्तम, सोनू तिगडानिया, प्रवीन मघान, विकास धीमान, पूर्व पालिकाध्यक्ष मनोज दीवान, करसिंधू गांव के पूर्व सरपंच विजय कुमार, करसिंधू गांव के वर्तमान सरपंच रविंद्र कुमार, प्रवीन बंसल, जोगेंद्र सरा, लाभ सिंह, रामदास प्रजापत, चुन्नीलाल वर्मा, सतीश बलाना, सोनू सिंघपुरा व यशपाल देशवाल का कहना है कि यह परियोजना सफीदों इलाके के लिए अत्यंत महत्वाकांक्षी योजना है। इस परियोजना के लिए समाजसेवी टीसी गर्ग के नेतृत्व में आईपी सोसाइटी निरंतर अपना खून पसीना बहाया है। सबसे अहम बात यह है कि इस कालेज को बनाने के लिए गठित आईपी सोसाइटी के चेयरमैन खुद डीसी जींद व सचिव एसडीएम सफीदों है। जिस वक्त सीएम मनोहर लाल ने इस कालेज की घोषणा की थी उस वक्त भी उन्होंने अपने अधीनस्थ उच्चाधिकारियों से सारे कागजात वगैरह को दिखवाया होगा लेकिन अब सबकुछ हो जाने के बाद सरकार को इस प्रकार से मुकर जाना किसी भी रूप में जायज नहीं है। पैरामेडीकल कालेज सीधे तौर पर राजनीति का शिकार हो रहा है। उन्होंने कहा कि नियम किसी प्राईवेट संस्थान के लिए हो सकते हैं लेकिन राजकीय संस्थान के निर्माण नियमों का कोई बड़ा खेल नहीं होता। सरकार जनता की भलाई के लिए नियमों में संसोधन भी कर सकती है।
क्या कहते हैं विधायक सुभाष गांगोली
पत्रकारों से बातचीत में विधायक सुभाष गांगोली का कहना है कि वे इस मामले को लेकर कई बार लिखित व मौखिक रूप से विधानसभा में उठा चुके हैं लेकिन सरकार की ओर से कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आया। सरकार ने नियमों का हवाला देकर इस पैरामेडीकल कालेज से अपना पल्ला झाड़ लिया। विधायक ने सवाल उठाया कि जब नियमों की अड़चन थी तो सीएम मनोहर लाल ने क्यों मंच से घोषणा करके और लोगों से तालियां बजवाकर झूठा श्रेय लेने का काम क्यों किया। वे इस कालेज को रूकवाने के लिए जनता के हर कदम के साथ खड़े हैं।