विकलांगता वह स्थिति होती है जहां पर बड़े से बड़े लोगों का भी हौसला डगमगा जाता है। लेकिन नई पीढ़ी विकलांगता के बोझ तले नहीं दबती, बल्कि अपनी उसी कमजोरी को ताकत में बदलने का दम रखती है और उसी ताकत के बल पर आज हरियाणा के दिव्यांग तैराक प्रदेश व अपने क्षेत्र का नाम राष्ट्र स्तर पर रोशन कर रहे है।
असम के गुवाहाटी में हुई 23वीं राष्ट्रीय स्विमिंग चैंपियनशिप में हरियाणा के 24 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। जिन्होंने अपनी प्रतिभा का ऐसा लोहा मनवाया कि 18 गोल्ड, 11 सिल्वर और सात ब्रॉन्ज मेडल हरियाणा की झोली में डाल दिए। इनमें से चार खिलाड़ी करनाल जिले के है। जिनमें आयुषी ठकराल ने तीन गोल्ड स्विमिंग में जीते है।
विजेता खिलाड़ियों के साथ कोच कंवलजीत संधू।
आयुषी की इस उपलब्धि पर सांसद संजय भाटिया ने बेटी आयुषी ठकराल व उसके परिजनों को शुभकामनाएं दी हैं और भविष्य में भी बेहतर प्रदर्शन के लिए आर्शीवाद दिया। सांसद ने कहा कि दिव्यांग होने के बावजूद आयुषी ने तीन स्वर्ण पदक जीतकर अन्य बच्चों के लिए एक मिसाल कायम की है। इतना ही नहीं असम के मुख्यमंत्री हेमंता विश्वा शर्मा की धर्मपत्नी रिंकी भुवन शर्मा द्वारा आयुषी को जूनियर पेरा तैराकी एस कैटेगरी में इंडिया की बेस्ट स्विमर की ट्रॉफी से सम्मानित किया गया है। इसी तरह से करनाल जिले के मनोज संधू ने दो सिल्वर व एक ब्रांज मेडल अपने नाम किए है। इसी तरह से गुरमेहर ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है और नीलम ने एक सिल्वर मेडल पर कब्जा किया है।
अपने गोल्ड मेडल दिखाता करनाल का स्विमर खिलाड़ी।
इन खिलाड़ियों ने जीते मेडल
एशियन खेलों में सिल्वर व ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर देश का नाम चमका चुकी फरीदाबाद की देवांशी सतीजा ने भी गुवाहाटी में अपनी प्रतिभा दिखाई और तीन गोल्ड मेडल जीते। फरीदाबाद के सुरेंद्र कुमार ने दो गोल्ड और एक सिल्वर जीता। रोहतक के हिमांशु ने तीन गोल्ड मेडल जीते। भिवानी की आस्था भी तीन गोल्ड अपने नाम कर गई। वहीं हर्ष ने भी दो सिल्वर और एक ब्रॉन्ज जीता। पंचकूला के मेहताब ने ब्रॉन्ज व सिल्वर अपने नाम किया। रोहतक का विनीत सिल्वर मेडल, रोहतक की कविता दो सिल्वर व एक ब्रॉन्ज जीत पाई। सोनीपत के नवीन शर्मा ने सिल्वर व ब्रॉन्ज तथा रेवांश ने गोल्ड जीता।
विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित करते हुए।
क्या कहते है डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट करनाल के सीनियर स्विमिंग कोच
कर्ण स्टेडियम के सीनियर स्विमिंग कोच कंवलजीत संधू ने बताया कि असम के गुवाहाटी में हुई 23वीं राष्ट्रीय पेरा स्विमिंग प्रतियोगिता में हरियाणा के 24 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। जिसमें 17 गोल्ड, 11 सिल्वर और सात ब्रॉन्ज मेडल इन खिलाड़ियों ने जीते है। घरौंडा की आयुषी ठकराल ने ना सिर्फ तीन गोल्ड मेडल जीते बल्कि इंडियाज बेस्ट स्विमर का खिताब भी अपने नाम कर लिया। इस दौरान उनके साथ सहायक कोच प्रवीन सिंह, टीम मैनेजर सुरेंद्र भल्ला का भी सहयोग रहा। उन्होंने कहा कि दिव्यांग भी जीवन में बहुत कुछ कर सकते है। बशर्ते उनका हौसला बड़ा होना चाहिए और अभिभावक कभी भी अपने दिव्यांग बच्चें को लेकर मायूस ना हो, उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें।