हरियाणा के पूर्व चीफ सेक्रेटरी विजय वर्धन की चंडीगढ़ सेक्टर 7 कोठी में ट्रेसपासिंग मामले में एक महिला और उसके बेटे के खिलाफ आपराधिक मुकद्दमा चलेगा। चंडीगढ़ जिला अदालत के एडिशनल सेशंस जज जसबीर सिंह ने प्रीति सिंह जाखड़ और उनके बेटे अथर्व चौधरी पर आरोप तय कर दिए हैं। इन दोनों पर पूर्व चीफ सेक्रेटरी की कोठी में 1 जून, 2021 को जबरन दाखिल होने का प्रयास करने का आरोप है। वहीं कोठी के बाहर खड़े सिक्योरिटी गार्ड से मारपीट के भी आरोप लगाए गए थे। अब मामले में 10 अक्तूबर से केस में गवाहियां शुरु की जाएंगी।
कोर्ट ने पुलिस चार्जशीट को देखते हुए आईपीसी की धाराओं 379 ए, 353, 34 तथा 411 के तहत आरोप तय किए हैं। पूर्व चीफ सेक्रेटरी की कोठी पर तैनात कांस्टेबल सुमेर सिंह के बयानों पर केस दर्ज हुआ था। उसने अपनी शिकायत में कहा कि घटना वाली रात लगभग 8.30 पर महिला और आरोपी युवक बिना किसी मंजूरी के कोठी में दाखिल होने लगे। रोकने पर आरोपी युवक ने उसे धक्का दिया और महिला ने उसके हाथ पकड़ लिए। मौके पर मौजूद अन्य पुलिसकर्मी ने बीच-बचाव किया।
पढ़े-लिखे और अच्छे परिवार से हैं आरोपी: वकील
वहीं मामले में बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि ऐसा कोई साक्ष्य नहीं है कि आरोपी मां-बेटा किसी मंजूरी के बिना कोठी में पहुंचे हों। कोठी के मालिक से पूछने के बाद ही वह वहां पहुंचे थे। दोनों आरोपी अच्छे परिवार से संबंध रखते हैं और पढ़े-लिखें हैं। वह ऐसा अपराध क्यों करेंगे? कोर्ट ने कहा कि यदि ऐसा होता तो आरोपी सीधे मकान मालिक से फोन पर संपर्क करते और इस घटना में शामिल न होते। प्रथम दृष्टता में आरोप बनता देख आरोप तय किए गए।