एस• के• मित्तल
सफीदों, नारकोटिक सेल एवं सफीदों पुलिस के संयुक्त तत्वावधान में सफीदों के वार्ड नंबर 1, 14 व 15, राजकीय सीनियर सैकेंडरी स्कूल, रामपुरा रोड़ व नया बस अड्डा पर नशामुक्ति अभियान चलाया गया। इस अभियान में नारकोटिक सेल के सब इंस्पेक्टर नरेश कुमार, सिटी थाना प्रभारी ईश्वर सिंह, पीएसआई अनिल व एएसआई सुरेश कुमार विशेष रूप से मौजूद रहे।
सफीदों, नारकोटिक सेल एवं सफीदों पुलिस के संयुक्त तत्वावधान में सफीदों के वार्ड नंबर 1, 14 व 15, राजकीय सीनियर सैकेंडरी स्कूल, रामपुरा रोड़ व नया बस अड्डा पर नशामुक्ति अभियान चलाया गया। इस अभियान में नारकोटिक सेल के सब इंस्पेक्टर नरेश कुमार, सिटी थाना प्रभारी ईश्वर सिंह, पीएसआई अनिल व एएसआई सुरेश कुमार विशेष रूप से मौजूद रहे।
इस मौके पर अधिकारियों ने लोगों को नशे के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ नशे से संलिप्त लोगों के डोजीयर फॉर्म भरे गए, फ्री दवाइयोंं व टेस्ट के बारे में विस्तार से बतलाया। इस मौके पर लोगों ने नशाविरोधी शपथ भी ली। अपने संबोधन में सब इंस्पेक्टर नरेश कुमार ने कहा कि नशा किसी भी अपराध का प्राथमिक कारण होता है। जिस व्यक्ति नशे की लत लग जाती है तो उसके अपराधी बनने की संभावनाएं बढ़ जाती है। नशे की पूर्ति के लिए पैसे न होने की परिस्थिति में युवा अपराध की दुनिया में उतर जाते है। नशे के कारण बहुत से लोगों का जीवन खत्म हो चूका है। नशे के कारण व्यक्ति अनेक गंभीर बीमारियों का शिकार हो जाता है।
नशे के कारण घर के घर तबाह हो जाते है और नशे के कारण मनुष्य का पारिवारिक व सामाजिक तानाबाना टूट जाता है। परिवार में भी बहुत सारी समस्याएं पैदा हो जाती हैं। उनके घर में लड़ाई झगड़ा रहने लगता है और उसके परिजन घरेलू हिंसा के शिकार होते हैं। सिटी थाना प्रभारी ईश्वर सिंह ने कहा कि नशा व्यक्ति के सामाजिक, आर्थिक व शारीरिक विकास में सबसे बड़ी बाधा है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य हमारी आने वाली पीढ़ी को नशे से बचाना है। यदि युवा पीढ़ी को नशा मुक्ति अभियान से जोड़ा जाए, तो इसका सार्थक परिणाम आ सकते हैं। इसके अलावा हर परिवार का कर्तव्य है कि वह अपने बच्चे की समय-समय पर काउंसलिंग करते रहें और बच्चों की बदलती आदतों का ध्यान रखें।