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दिया जा रहा 75 प्रतिशत अनुदान, किसान को देना होगा केवल 25 प्रतिशत
एस• के• मित्तल
जींद, डीसी डॉ. मनोज कुमार ने बताया है कि सरकार की ओर से पीएम कुसुम योजना के तहत किसानों को सुविधाजनक उपकरण उपलब्ध करवाने के लिए सौर ऊर्जा पंप पर अनुदान दिया जा रहा है। किसान केवल 25 प्रतिशत राशि का भुगतान कर योजना का लाभ उठा सकते हैं। डीसी ने बताया कि सरकार किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए कई प्रकार की योजनाओं चलाकर काम कर रही है। इन योजनाओं के माध्यम से किसानों को अनुदान प्रदान किया जा रहा है। सरकार की सोच है कि किसानों को खेती में आने वाली लागत को कम करके उत्पाद को बढ़ाया जाए ताकि किसान को फायदा मिल सके। इस सोच के साथ किसानों की सुविधा के लिए प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा उत्थान महाभियान पीएम कुसुम योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत किसानों को सौर ऊर्जा पंप लगाने पर 75 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। उन्होंने बताया कि पीएम कुसुम योजना किसानों के लिए काफी सहायक सिद्ध हो रही है और सभी पात्र किसानों को इस योजना का लाभ उठाना चाहिए। राज्य सरकार द्वारा किसानों को पीएम-कुसुम योजना के तहत सिंचाई कार्य के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। पानी और बिजली की बचत करने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा पारंपरिक ट्यूबवेल की जगह सोलर पंप सेट और सिंचाई के पुराने पैटर्न की जगह माइक्रो इरीगेशन पर फोकस किया जा रहा है।
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पीएम-कुसुम योजना के तहत किसान सिंचाई के लिए छूट पर सोलर पंप ले सकते हैं। किसानों को सोलर पंप की कीमत का सिर्फ 25 प्रतिशत ही भुगतान करना होगा। डीसी ने कहा कि अब किसानों को खेतों में फसलों की सिंचाई करने के लिए बिजली पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा और अब खेतों में किसानों की फसलें सौर ऊर्जा चालित पंप से लहलहाएंगी। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा को अपनाने से किसानों का डीजल बचेगा और आय में भी वृद्धि होगी। राज्य सरकार का प्रदेशभर में 5० हजार पंप सेट लगाने का लक्ष्य है। किसानों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से सरकार द्वारा माइक्रो इरीगेशन पर भी पूरा ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
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