पानीपत में नहीं हो रही मोतियाबिंद सर्जरी: सिविल अस्पताल में एक माह से सामान खत्म; डॉक्टरों ने खुद से खरीदकर किए 10 ऑपरेशन

हरियाणा स्वास्थ्य विभाग का नेत्र रोग विशेषज्ञों पर मोतियाबिंद की सर्जरी बढ़ाने का दबाव है। वहीं हर बार पानीपत स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों को कम सर्जरी करने के लिए फटकार तक लगती है। नेत्र रोग विशेषज्ञ सर्जरी के लिए सामान की डिमांड करते हैं। बार-बार सामान की डिमांड भेजी जाती है, लेकिन विशेषज्ञों को सामान उपलब्ध नहीं कराया जाता। अब पिछले एक माह से सामान के अभाव में सर्जरी रुकी हुई है। अस्पताल में सर्जरी के लिए लेंस, ब्लेड व सूईं जैसा जरूरी सामान नहीं है।

पानीपत में नहीं हो रही मोतियाबिंद सर्जरी: सिविल अस्पताल में एक माह से सामान खत्म; डॉक्टरों ने खुद से खरीदकर किए 10 ऑपरेशन

सितंबर माह में अब तक महज एक सर्जरी हो पाई है। पिछले एक माह में केवल 10 सर्जरी हुईं, जो डॉक्टर ने अपने निजी कोष से सामान खरीदकर कीं। सोमवार को डॉक्टरों ने 100 ऑपरेशन के लिए लिखित में सामान की डिमांड दी। सिविल सर्जन ने सामान की खरीदारी के लिए दो डिप्टी सिविल सर्जन व एक नेत्र रोग विशेषज्ञ की कमेटी का गठन किया। इस बारे में CMO जयंत आहूजा ने कहा कि डॉक्टरों से सामान की डिमांड मिली है। जल्द सामान खरीदेंगे। मोतियाबिंद की सर्जरी बढ़ाने पर फोकस है।

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रोजाना 200 OPD, मोतियाबिंद के मिल रहे 4 मरीज

सिविल अस्पताल में अब नेत्र रोगियों की OPD 200 से अधिक है। हर रोज मोतियाबिंद के तीन-चार मरीज मिल रहे हैं। डॉक्टर जांच कराने के बाद इन्हें सर्जरी का समय देते हैं, लेकिन सामान के अभाव में सर्जरी नहीं हो पाई। इसके चलते कई मरीज निजी अस्पतालों में सर्जरी करा लेते हैं। सिविल अस्पताल में आंखों की दवाओं का भी अभाव है। अस्पताल में आमतौर पर आंखों की 8-10 दवा होनी चाहिए, लेकिन यहां एक या दो दवा ही उपलब्ध है। यह दवा सभी बीमारियों में नहीं दी जा सकती।

2021 में भी हुई थी मात्र 96 सर्जरी

2021 में पानीपत मोतियाबिंद की सर्जरी करने के मामले में 12वें स्थान पर रहा था। 2021 में महज 96 सर्जरी हुई थी। मुख्यालय ने पानीपत सिविल सर्जन व PMO को मोतियाबिंद की सर्जरी बढ़ाने के सख्त निर्देश दिए थे। स्वास्थ्य विभाग ने 26 मार्च को सर्जरी के लिए 25 ब्लेड नेत्र सर्जन को दिए थे। यह दो प्रकार के ब्लेड थे, लेकिन इन ब्लेड में धार नहीं थी, यह सर्जरी के लिए उपयोगी नहीं पाए गए थे। इसलिए डॉक्टरों ने सर्जरी करने से इंकार करते हुए ब्लेड को वापस वेयर हाउस में भेज दिया था। इसके बाद एक ही बार ब्लेड खरीदे गए। अब लगभग एक माह से ऑपरेशन थियेटर का सारा सामान खत्म है।

 

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