हरियाणा के पानीपत जिले के समालखा कस्बे में स्थित गांव नामुंडा से गुजर रही दिल्ली पैरलल नहर में 14 वर्षीय छात्रा डूब गई। हादसा उस वक्त हुआ जब छात्रा नहर किनारे हाथ-पैर धो रही थी। अचानक उसका पैर फिसल गया और वह नहर में डूब गई। छात्रा के साथ गई उसकी मां और दादी ने उसे बचाने की कोशिश भी की।
मगर तब तक छात्रा पानी में लापता हो चुकी थी। हादसे की सूचना मां और दादी ने तुरंत वहां नहा रहे अन्य युवकों को दी। जिन्होंने भी छात्रा को पानी में तलाशा, मगर उसका कही कोई भेद नहीं लगा। मामले की जानकारी घर के सदस्यों को दी गई। घर के सदस्य व रिश्तेदार छात्रा को तलाशने में जुट गए हैं।
समालखा थाना पुलिस भी परिजनों के साथ गोताखोरों की मदद से छात्रा को तलाश रही है। बच्ची को नहर में डूबे एक दिन से ज्यादा का समय हो गया है। वहीं, बच्ची की सलामती के लिए घर पर लगातार नमाज पढ़ी जा रही है।
घर पर बैठी पड़ोसी महिलाएं व चारपाई पर बैठी नमाज पढ़ती घर की सदस्य।
पिता ने खुबडू झाल से शव को निकलते देखा
जानकारी देते हुए पिता नौशाद ने बताया कि वह समालखा के गांव नामुंडा का रहने वाला है। उसकी 14 वर्षीय बेटी नवसीधा ने हाल ही में 7वीं कक्षा पास की थी। शनिवार सुबह वह अपनी मां और दादी के साथ नहर के पास से लकड़ियां लेने गई थी। लड़कियां उठाने के वक्त उसके हाथ-पैर पर धूल गई थी।
नहर किनारे बैठे परिजन।
जिसके चलते उसने हाथ-पैर वहीं नहर में ही धोने का विचार बनाया। जब वह हाथ-पैर धो रही थी तो संदिग्ध परिस्थितियों में उसका पैर फिसल गया और वह नहर में बह गई। पिता का कहना है कि शाम 7 बजे उन्होंने बेटी के शव को गन्नौर स्थित खुबडू झाल से निकलते हुए देखा था। पानी का बहाव तेज होने की वजह वह उसे बाहर नहीं निकाल पाए। अब वे सोनीपत नहर किनारे बैठे हुए हैं।