एस• के• मित्तल
सफीदों, पराली प्रबंधन को लेकर उपमंडल के गांव बुढ़ाखेड़ा में बिरला मेमोरियल सोसायटी और द नेचर कंजवेंसी के संयुक्त तत्वावधान में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में प्रगतिशील किसानों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। किसानों को संबोधित करते हुए डा. जगमोहन सैनी ने कहा कि कृषि क्षेत्र में आधुनिक तकनीक को अपनाकर इसे प्रदूषण रहित और लाभकारी कृषि बनाया जा सकता है।
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इस अभियान से ना केवल किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन मे सहायता मिलेगी बल्कि मिट्टी की उर्वरता और फसल उपज मे भी सुधार होगा जिससे किसान अपनी आमदनी बढ़ा सकेंगे। वहीं डा. हरमिंद्र सिंह ने किसानों बताया कि इस अभियान का लक्ष्य उचित फसल अवशेष प्रबंधन करना है। उन्होंने प्रबंधन में उपयोग होने वाले आधुनिक कृषि उपकरणों के इस्तेमाल जैसे हैप्पी सीडर, मलचर, रोटावेटर, रैक तथा बेलर इत्यादि के बारे में भी विस्तारपूर्वक बताया। इस मौके पर कुशल शर्मा, महेंद्र गौरा, जय कुमार, नसीब, अनिल कुमार, रोहित कंबोज, गुरविंद्र सिंह मौजूद थे।