पत्रकार से बदसलूकी करने वाले जींद विधायक की बढ़ी मुसीबतें

खापों, किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने एक सप्ताह का दिया अल्टीमेटम

बोले, विधायक ने माफी नहीं मांगी तो फिर नियमित तौर से चलेगा धरना

सीटीएम के मार्फत मुख्यमंत्री हरियाणा को भेजा ज्ञापन

विधायक की संपत्ति की ईडी से जांच कराने की मांग के साथ मांगी सुरक्षा

एस• के • मित्तल

जींद,      पंजाब केसरी पोर्टल न्यूज चैनल के पत्रकार को सार्वजनिक तौर पर धक्के मारकर और नकली करार देने के मामले में जींद से भाजपा विधायक डॉ. कृष्ण मिढ़ा की सोमवार को मुसीबतें बढ़ती हुई दिखाई दी। क्योंकि इस मामले में खापों, किसान, सामाजिक संगठनों के अलावा इनेलो, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस से जुड़े सैंकड़ों प्रतिनिधियों ने लामबद्ध होकर प्रदर्शन करते हुए विधायक डॉ. कृष्ण मिढ़ा को माफी मांग कर मामले को निपटाने के लिए एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया।
मामला ना निपटने पर इन प्रतिनिधियों ने विधायक के आवास के बाहर धरना देने तक की चेतावनी दे डाली। लघु सचिवालय के बाहर धरना देते हुए इन प्रतिनिधियों ने चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि जनप्रतिनिधि को जनता का सेवक होने के नाते हमेशा समाधान का रास्ता इख्तियार करना चाहिए, ना कि समस्या खड़ी कर विवाद बनाने का काम। इन प्रतिनिधियों ने पत्रकार अनिल कुमार के साथ पिछले कई दिनों से चली आ रही अहंकारी विधायक की तकरार के मामले में कड़े तेवर दिखाये। इस धरने पर किसान नेता आज़ाद पालवा, सतबीर पहलवान, छज्जू राम, रामराज ढुल, महिला किसान नेता सिक्किम देवी, प्रियंका, कविता, पूनम रेढू, सुदेश कंडेला, आप के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद, इनेलो की महिला प्रदेशाध्यक्ष सुमित्रा देवी,इनेलो प्रदेश प्रवक्ता विजेंद्र रेढू, आम आदमी पार्टी की महिला जिला प्रधान डॉ. रजनीश जैन, भूपेंद्र सिंह बूरा, जितेंद्र कुंडू, भगवती दहिया, सुभाष कौशिक, चरण सिंह ढांडा, देवीदास बाल्मीकि, कमल चौहान, नरेंद्र मलिक, सुनील मलिक, अनीश खटकड़, देसराज सरोहा, सुमेर चाबरी बीएसपी, रामफल दहिया, राम बीबियांन, मास्टर दलबीर सिंह, कर्मजीत तथा कर्मबीर आदि सैंकड़ों प्रतिनिधि मौजूद थे।
धरने के पश्चात तमाम प्रतिनिधि प्रदर्शन करते हुए लघुसचिवालय पहुंंचे, जहां नगराधीश के मार्फत  मुख्यमंत्री हरियाणा  को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में इन प्रतिनिधियों ने कहा कि सत्ता के अंहकार चूर-चूर होकर जींद के विधायक कृष्ण मिड्ढा लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया को दबाने की कुचेष्टा कर रहे हैं। पहले तो खुद पत्रकार अनिल कुमार को धक्के मारे और बाद में सार्वजनिक तौर पर नकली बताया। विधायक का नशा यहीं नहीं उतरा और उन्होंने अपने प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए पत्रकार को दो करोड़ रुपए की मानहानि का नोटिस ही थमा दिया। इस मामले को निपटाने के लिए जब जींद के लगभग सभी पत्रकारों की एक पंचायत विधायक कृष्ण मिड्डा से मिलने पहुंची तो विधायक कृष्ण मिड्ढा ने मामले को सुलझाने की बजाय उल्टे पत्रकारों को ही खरी खोटी सुनाकर उन्हें बेइज्जत किया। यहाँ तक की उन्होंने डराने के लिए कुचलने तक की बात भी कही। इन प्रतिनिधियों ने कहा कि पत्रकार अनिल कुमार को इंसाफ दिलाया जाए।
जींद के विधायक ने जो बेइज्जती की है और जो नकली बताया है उस मामले में मुकदमा दर्ज किया जाए। ज्ञापन के माध्यम से यह मांग भी की गई कि जींद के विधायक कृष्ण मिड्ढा व उनके निजी सहायक की कथित संपत्तियों के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) या अन्य किसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच करवाई जाए। इसके साथ साथ महामहिम राज्यपाल से यह मांग भी की गई कि अनुसूचित जाति समाज से संबंध रखने वाले इस पत्रकार को सत्ता पक्ष के विधायक कृष्ण मिड्डा से जान का खतरा है। ऐसे में इनको जल्द से जल्द पुलिस सुरक्षा उपलब्ध करवाई जाए। इस मामले में यदि पत्रकार को जान-माल का नुकसान होता हैं, तो इसके लिए जींद प्रशासन जिम्मेदार होगा। इन प्रतिनिधियों ने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की आवाज को दबने नहीं दिया जाएगा, यह विरोध तब तक जारी रहेगा, जब तक विधायक एक सप्ताह के दौरान खुद माफी मांगकर मामले को नहीं निपटाता।
पूरा शहर बोल रहा कमीशन के चक्कर में कर दिया जींद का सत्यानाश
धरने को संबोधित करते हुए नवीन जयहिंद ने कहा कि जब एक महिला विडियो में आरोप लगा रही है, तो फिर उसे प्रचारित करने पर विधायक मिढ़ा, पत्रकार के खिलाफ क्यों बौखलाये हैं। ना केवल एक महिला बल्कि पूरा जींद हल्का डंके की चोट पर बार-बार यहीं कह रहा है कि जींद विधायक ने कमीशन लेने के चक्कर में पूरे विधानसभा का बेड़ा गरक करके रख दिया हैं। एक पत्रकार को मानहानि का दो करोड़ का नोटिस भेजकर विधायक की मनी के प्रति छोटी सोच जगजाहिर हो चुकी हैं। उद्योगपति, अधिकारी तथा ठेकेदार ही नहीं, पत्रकार से भी वे पैसे लेने के चक्कर में फिर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल अपने जींद विधायक को समझाने का काम करें। इस दौरान उन्होंने एक बड़े कटोरे में विधायक को पैसे देने के लिए लोगों से पांच या दस-दस रूपये इकठ्ठे किये।
विधायक ने अहंकार नहीं छोड़ा तो सामाजिक बहिष्कार करने का लिया जाएगा निर्णय

किसान महिला नेत्री सिक्किम देवी, प्रियंका, कविता, पूनम रेढू, सुदेश कंडेला ने कहा कि यदि जींद विधायक ने तय समय में अपने अहंकार को नहीं छोड़ा तो फिर क्षेत्र का अन्नदाता बड़ा निर्णय लेने का काम करेगा। अगर जरूरत पड़ी तो जींद के तमाम गांवों में विधायक की एंट्री बंद करवाई जाएगी। जो विधायक पंचायती ताने-बाने की कद्र ना करता हो, उसका सामाजिक बहिष्कार कर दिया जाएं तो कोई बड़ी बात नहीं होगी। इससे पहले की क्षेत्र का अन्नदाता यह बड़ा निर्णय लें, विधायक सार्वजनिक तौर पर माफी मांगते हुए अपनी गलती का अहसास करें।

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