नए वर्ष में करोड़ो रूपए की सौगात से लिखी जाएगी नई इबारत जिला में चल रहे विकास कार्यो को लेकर उपायुक्त ने किया निरीक्षण

एस• के• मित्तल   
जींद,      जिले के विभिन्न गांवों में करोड़ों रुपये की लागत से निर्माणाधीन विभिन्न परियोजनाओं का शनिवार को उपायुक्त डॉ मनोज कुमार ने निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी व पंचायती राज विभाग के अधिकारियों को जल्द से जल्द अधुरे पड़े निर्माण कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए। इस दौरान उनके साथ जनस्वास्थ्य विभाग के एसई एम एस राना,कार्यकारी अभियंता संजीव कुमार व जुलाना के तहसीलदार राकेश मलिक तथा पंचायती राज विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
उपायुक्त डॉ मनोज कुमार ने अपना दौरा बीबीपुर गांव में जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग द्वारा बनाए गए जलघर से शुरू किया इस दौरान उन्होंने विभाग के अधिकारियों वहां चल रहे मरम्मत के कार्य को देखा और जलघर से होने वाली पानी की सप्लाई के बारे में विस्तार से जानकारी ली। इस दौरान अधिकारियों ने उपायुक्त को बताया कि इस जलघर की मरम्मत व साफ-सफाई पर लगभग 75 लाख रुपये की राशि खर्च की जाएगी। जिससे यहां से सप्लाई किये जाने वाले पानी की गुणवत्ता में और भी सुधार किया जाएगा। इस दौरान डीसी ने पानी की सैंपलिंग की भी जांच की और निर्देश दिये कि टेंको की साफ-सफाई का कार्य मनरेगा से करवाएं। ताकि इस कार्य के साथ-साथ लोगों को रोजगार भी मिल सके।
उन्होने निर्देश दिये कि यहां लगे कैलोरिनेटर यंत्र की मैंटनेस कब करवाई गई व इसकी अवधि बारे पूर्ण जानकारी लिखकर रखें। उन्होंने पानी में टीडीएस,कैल्शियम व अन्य गुणवत्ता बारे बारीकी से अधिकारियों से जानकारी ली। उपायुक्त ने बीबीपुर गांवों की पानी भरने के लिए आई महिलाओं से पूछा की क्या आपके घरों में वाटर सप्लाई का पानी नही पहुंच रहा है, इस पर डीसी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि इनके परिजनों के नाम पते पुछकर हर हाल में इनके घरों तक पीने का स्वच्छ पानी पहुंचाए, ताकि सरकार द्वारा जारी हर घर नल-नल में जल योजना सिद्ध हो सके। इसके बाद उपायुक्त ने पोकरी खेड़ी गांव में  पांच एकड़ में अमृत सरोवर योजना के तहत लगभग सवा करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले तालाब का निरीक्षण किया। उन्होंने पंचायती राज विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि तालाब की सारी जमीन को कब्जा मुक्त करवाएं। सभी कब्जाधारी  लोगों को नोटिस दें। यहां पर गांव से आने वाला गंदा पानी व साफ किया गया पानी के अलग-अलग गड्ढे बनाएं ताकि साफ पानी को सिंचाई के काम में लाया जा सके।

इसके अलावा पौधे लगाए पगडंडी बनाए । ताकि लोग यहां पर सैर कर सकें। उपायुक्त ने ईगराह गांव में बने जलघर का निरीक्षण करते हुए कहा कि गांव में जिन घरों में टूटियों पर कैप नही है, उन पर कैप लगाएं, ताकि पानी ऊंचाई पर बने मकानों तक भी पहुंच सकें। उन्होंने मौजूद ग्रामीणों को बताया कि लगभग एक करोड रूपए की लागत से गांव में बुस्टर बनाया जाएगा और पाईप लाईन बदली जाएगी, ताकि ऊंचाई वाली जगहों पर भी आसानी से पानी पंहुच सके। उपायुक्त ने जलघर में अधुरे कार्य को पूर्ण करने व साफ-सफाई करवाने के भी निर्देश दिये। उपायुक्त ने अपने दौरे के दौरान चलते-चलते बराड खेड़ा गांव में बने जलघर को देखा और वहां की हुई साफ-सफाई, शुद्ध वातावरण,फूल पौधे देखकर वहां लगे कर्मियों की प्रशंसा की। इस दौरान उपायुक्त ने किनाना,गतोली ,जुलाना तथा पोली गावों के जलघरों व गंदे पानी की निकासी के लिए खोदे गए तालाब का भी निरीक्षण किया।

जिस पर अधिकारियों को वहां से नाजायज कब्जा हटाने व निर्माण कार्य से सम्बंधित अन्य जरूरी कार्य करने के निर्देश दिये। उपायुक्त ने जुलाना के एसटीपी का भी दौरा कर वहां की पानी निकासी,बरसाती सीजन में जुलाना के नागरिक अस्पताल मे भरे जाने वाले पानी का स्थाई समाधान को लेकर भी अधिकारियों से बातचीत कर इनका एस्टिमेट बनाने के निर्देश दिये।

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