डिप्टी सीएम को फतेहाबाद में कार्यकर्ताओं का झटका: स्थापना दिवस रैली के लिए बैठक लेने पहुंचे; आधे से ज्यादा कुर्सियां खाली मिली

हरियाणा के फतेहाबाद में शुक्रवार को डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के आने से पहले ही पार्टी कार्यकर्ता चले गए। वे बैठक स्थल पर पहुंचे तो कार्यकर्ताओं के लिए लगाई गई अधिकतर कुर्सियां खाली थी। बैठ का आयोजन जेजेपी के स्थापना दिवस पर भिवानी में होने वाली रैली को लेकर किया गया था। डिप्टी सीएम दावा कर रहे हैं कि स्थापना दिवस रैली अब तक की सबसे बड़ी रैली होगी।

करनाल में HTET परीक्षा आज: शाम के सत्र में होगा परीक्षा का आयोजन, 15 परीक्षा केन्द्रों पर 4650 परीक्षार्थी देंगे परीक्षा

डिप्टी सीएम मंच से कार्यकर्ताओं से ज्यादा से ज्यादा संख्या में रैली में पहुंचने का भी आह्वान करते रहे, लेकिन हैरत की बात रही कि मीटिंग से ही कार्यकर्ता ही नदारद रहे। काफी संख्या में कुर्सियां खाली रही। कार्यकर्ताओं की ऐसी बेरुखी से जजपा नेता परेशान भी दिखे। डिप्टी सीएम देरी से कार्यक्रम में पहुंचे थे। बैठक में उनको सवा एक बजे पहुंचना था, लेकिन एक घंटा देरी से पहुंचे। ढाई बजे के बाद मीटिंग शुरू हुई तो कार्यकर्ता लौट गए।

डिप्टी सीएम की बैठक में शामिल कार्यकर्ता उनको सुने बिना ही लौट गए।

डिप्टी सीएम की बैठक में शामिल कार्यकर्ता उनको सुने बिना ही लौट गए।

दुष्यंत चौटाला ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियां लगा दी गई हैं। गांव-गांव जाकर भिवानी रैली का निमंत्रण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिला परिषद चेयरपर्सन चुनाव को लेकर उनका प्रयास रहेगा कि गठबंधन मिलकर चेयरपर्सन चुने। यदि कहीं भाजपा के नंबर पूरे हुए तो उनको समर्थन देंगे और हमारे नंबर पूरे हुए तो समर्थन ले लेंगे।

व्हाट्सएप जल्द ही उपयोगकर्ताओं को iOS पर ‘संदेशों को तिथि के अनुसार खोजने’ की अनुमति देगा: सभी विवरण

उन्होंने कहा कि पार्टी ने पहले ही निर्णय लिया था कि पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव सिंबल पर नहीं लड़े जाएंगे, लेकिन बहुत से पदाधिकारी और साथी चुनाव जीतकर आए हैं, वे निर्दलीय तो नहीं कहलाएंगे। ग्रामीण क्षेत्र में पार्टी ने बहुत काम किया है और वोट बैंक बढ़ा है, शहरी क्षेत्र में भी वोट बैंक बढ़ाया गया है। तीन साल में जो मेहनत की है, उसका लाभ मिल रहा है।

 

खबरें और भी हैं…

.
GJU में यूथ फेस्टीवल का आज अंतिम दिन: 2 दिनों से अव्यवस्था का आलम; कभी बिजली गुल तो कभी फोड़े जा रहे पटाखे

.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!