हरियाणा के जींद में गेस्ट टीचरों ने सरकार पर मनमानी का आरोप लगाया है। मंगलवार को गैस्ट टीचर्स ने मांगों को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के माध्यम से CM को ज्ञापन भेजा। ब्लॉक प्रधान देवेंद्र शर्मा ने कहा कि पिछले 17 सालों से प्रदेश भर के 14 हजार गेस्ट टीचर हरियाणा के सरकारी स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। गेस्ट टीचरों की मेहनत व परीक्षा परिणाम को देखकर भाजपा सरकार ने लिखित में वायदा किया था कि उनको सरकार बनते ही पहली कलम से नियमित किया जाएगा।
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8 साल बीत जाने के बाद भी अपना वायदा नहीं निभाया। सरकार की वादा खिलाफी से गेस्ट टीचरों में रोष है। उन्होंने चेताया कि अगर जल्द ही सरकार उनको नियमित नहीं करती है तो प्रदेश भर के 14 हजार गेस्ट टीचर जल्द ही सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे। हरियाणा सरकार पिछले कई सालों से गेस्ट टीचरों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। अगर सरकार जल्द ही गेस्ट टीचरों की समस्याओं का समाधान करते हुए नियमित नहीं करती है तो वो आर पार की लड़ाई लड़ने के लिए मजबूर होंगे।
लिखित में 8 वर्ष पहले किए गए वादे अनुसार अतिथि अध्यापकों को पक्का किया जाए। जब तक विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया जाता है तब तक समान काम समान वेतन दिया जाए। अतिथि अध्यापकों के पदों को रिक्त ने माना जाए। दूरदराज सेवाएं दे रहे अतिथि अध्यापकों को गृह जिला में समायोजित किया जाए। अतिथि अध्यापक के विरुद्ध किसी को न भेजा जाए। क्योंकि एक तिहाई वेतन पर काम कर रहे हैं। यदि भेजा जाता है तो अतिथि को पूरे बेनिपिफट देने के उपरांत ही भेजा जाए। उन्होंने मांग की कि इन मांगों को शीघ्र पूरा किया जाए।