श्रीराम मंदिर में सुंदर काण्ड का पाठ आयोजित
एस• के• मित्तल
सफीदों, विश्व हिंदू परिषद दिल्ली मुख्यालय के आह्वान पर बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद व मातृशक्ति के संयुक्त तत्वावधान में नगर के होली मोहल्ला स्थित प्राचीन श्रीराम मंदिर में जिहादियों व आतंकवादियों से देश को बचाने की कामना के साथ सामूहिक श्री हनुमान चालीसा व सुंदरकाण्ड के पाठ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विहिप के जिला उपाध्यक्ष अरविंद शर्मा ने की।
सफीदों, विश्व हिंदू परिषद दिल्ली मुख्यालय के आह्वान पर बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद व मातृशक्ति के संयुक्त तत्वावधान में नगर के होली मोहल्ला स्थित प्राचीन श्रीराम मंदिर में जिहादियों व आतंकवादियों से देश को बचाने की कामना के साथ सामूहिक श्री हनुमान चालीसा व सुंदरकाण्ड के पाठ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विहिप के जिला उपाध्यक्ष अरविंद शर्मा ने की।
इस अवसर पर पहुंचे श्रीराम भक्तों का युवराज बजरंगी ने स्वागत किया। अर्चक पुरोहित दीनबंधु दीनानाथ ने संगीतमय श्री हनुमान चालीसा व सुंदरकांड का पाठ किया। अपने संबोधन में विहिप के जिला उपाध्यक्ष अरविंद शर्मा ने कहा कि मजहबी उन्माद के द्वारा तनाव पैदा करने का जो प्रयास किया जा रहा है, उसका उत्तर केवल एक ही है कि हिंदू अपने धार्मिक स्थानों पर अपनी उपस्थिति बढ़ाएं और गैरकानूनी तत्वों का डटकर विरोध करें। जिहादी मानसिकता वाले लोगों को समझना पड़ेगा कि किसी धर्म विशेष की आचार संहिता से हिंदुस्तान नहीं चलता है। देश संविधान से चलता है। उन्होंने बताया कि जिहादी कट्टरता व हिंसा के विरुद्ध पूरे देश में जिला मुख्यालय पर विहिप व बजरंग दल द्वारा विरोध-प्रदर्शन किए जाएंगे। हिंदू समाज असंवैधानिक और अनैतिक दबाव कतई सहन नहीं करेगा।
बहन नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के लिए जारी किए गए गैरजरूरी व गैरकानूनी फत्वों की विश्व हिंदू परिषद घोर निंदा करता है। अधर्मियों की धमकियों से हिंदू समाज डरने वाला नहीं है। उन्होंने सरकार से मांग की कि जुमे की नमाज के बाद जिन मस्जिदों से उन्मादी भीड़ व दंगाई निकले थे उन पर कड़ी निगरानी रखी जाए। जिन लोगों ने इस भीड़ को उकसाया उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए। कार्यक्रम का समापन मंगल आरती और प्रसाद वितरण के साथ हुआ। इसअवसर पर प्रवीण हिंदू, मुकुल बजरंगी, युवराज बजरंगी, बृजभूषण गर्ग, ओमप्रकाश वशिष्ठ, संतोष गौड़, मनीषा, शिवानी व अनीता भी विशेष रूप से मौजूद थीं।