जींद, गुरु रविदास जयंती के उपलक्ष्य में जुलाना खंड के ब्राह्मणवास गांव में जिला परिषद की अतिरिक्त सीईओ व जुलाना की बीडीपीओ रेनूका नांदल ने झाड़ू लगाकर महा-सफाई अभियान की शुरुआत की। इस अभियान में स्वास्थ्य, शिक्षा, हरियाणा राज्य ग्रामीण एवं आजीविका मिशन, स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के सहयोग से विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। इन सभी गतिविधियों में स्वयं सेवी संगठनों, एनजीओ व ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी रही। कार्यक्रम में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के ब्लाक कोऑर्डिनेटर अजीत सिंह, स्कूल के मुख्याध्यापक ओ पी हुड्डा, पूर्व सरपंच जयभगवान व ग्रामीण मौजूद रहे। जिला परिषद की अतिरिक्त सीईओ रेणूका नांदल ने कहा कि आगामी 16 फरवरी को गुरु रविदास जयंती के उपलक्ष्य में जिला प्रशासन द्वारा 13 फरवरी से जिला के सभी गांवों में महा-सफाई अभियान आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। जुलाना खंड में ब्राह्मणवास गांव से इस अभियान की शुरुआत कर रहे है। आने वाले दिनों में खंड के सभी गांवों में सफाई अभियान चलाकर स्वच्छता की मुहिम को आगे बढ़ाने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि गुरू रविदास हमारे भक्ति मार्ग के कवि हुए है उन्होंने 15-16वीं सदी में प्यार प्रेम, सद्भावना व एकता से रहने का संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि सफाई का मतलब सिर्फ बाहर की सफाई नही है बल्कि हमें अपने अंदर के विचारों में भी बदलाव लाने की जरूरत है। हमें भाईचारे को बढावा देना चाहिए। स्वच्छता भगवान का दूसरा रूप है। हमें इसको निरंतर जारी रखना चाहिए। व्यक्ति को नशे की लत से दूर रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक/ पॉलिथीन सफाई के मामले में सबसे ज्यादा बाधक है। शहर व गांवो में जगह-जगह पॉलीथिन पड़ी मिलती हैं। इससे नालियां में पानी की रुकावट होती है। जिससे कीचड़ होता है। आज रेहडी हो या दुकान सभी जगह पॉलीथिन का उपयोग जारी है। इसके साथ-साथ डिस्पोजल का उपयोग आम बात है। शादी-ब्याह में भी डिस्पोजल का उपयोग हो रहा है। पॉलीथिन का उपयोग नहीं करने के लिए सभी को जागरूक होना होगा। दुकानदार कागज की थैलियों का उपयोग करें। लोग पॉलीथिन को सडक़-नाली में फेंके नही। जरूरी होने पर निर्धारित मापदंड की पॉलीथिन का ही उपयोग करें।
सभी धार्मिक स्थानों की भी होगी सफाई
रेणुका नांदल ने कहा कि सामुदायिक सदस्यों की सहभागिता से सभी धार्मिक स्थलों पर भी सफाई अभियान चलाया जाएगा। गांवों के साथ साथ सरकारी कार्यालयों और भवनों में भी सफाई अभियान चलाया जाएगा, जिसमें कार्यालय प्रमुख अपने-अपने कार्यालयों में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। महा-सफाई अभियान के तहत ग्रामीणों, विभिन्न सामाजिक संस्थाओं, गैर सरकारी संगठनों, मनरेगा श्रमिकों व पूर्व सरपंचों की सहभागिता से प्लास्टिक वेस्ट को इक_ा करने के लिए श्रमदान गतिविधि चलाई जाएगी। इसके अलावा स्वच्छता दस्तों के माध्यम से गांवों में कचरे के ढेरों को हटाया जाएगा। इसी प्रकार महा-सफाई अभियान के तहत आयोजित की जाने वाली अन्य गतिविधियों में गलियों, नालों और सामुदायिक स्वच्छता परिसरों की साफ सफाई और आशा व आंगनबाड़ी वर्करों के माध्यम से महिलाओं को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना शामिल है। बीडीपीओ ने कार्यक्रम मे सफाई के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि स्वच्छता के बिना अनेक प्रकार की बीमारियां जन्म ले लेती है , जो विकास में बाधक बनती है। उन्होंने कहा कि हम स्वच्छता के बारे में लोगों को कहते व सुनते तो है लेकिन अपनाने से हिचकते हैं। साफ सफाई हमारे जीवन का महत्वपूर्ण पहलु है। अस्वच्छता या गंदगी हमारे आस-पास के वातावरण एवं जीवन को प्रभावित करती है। हमें व्यक्तिगत व आस-पास भी साफ-सफाई रखनी चाहिए। अस्वच्छता से रोगियों की संख्या बढती है, जिससे हमारे को आर्थिक हानि के साथ-साथ जन हानि भी होने का अंदेशा बनता है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता ही भारत को उन्नति की ओर लेकर जाएगी, यह आमजन के साथ-साथ सरकार व प्रशासन का एक बहुत बडा कदम है। उन्होंने विभिन्न संस्थाओं एवं आमजन द्वारा महा सफाई अभियान में हिस्सा लेकर श्रमदान करने और एक स्वच्छ भारत के निर्माण में अपना योगदान देने के लिए किए जाने वाले प्रयत्नों की सराहना की है।
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