हरियाणा के करनाल जिले में मुश्तरका मालकान व जुमला मालकान कानून को लेकर भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप के सदस्यों ने गुरुवार की रात करनाल के प्रेमनगर में CM आवास के बाहर धरने पर बिताई। कल शुरू हुआ धरना आज शाम 5 बजे तक चलेगा। बता दें कि किसानों की ओर से दो दिन व एक रात का धरना देने का ऐलान किया गया था। गुरुवार को सभी किसानों ने सड़क पर खुले आसमान के नीचे रात गुजारी।
रात को धरने पर सोते किसान।
आज सरकार के पुतले का किया जाएगा दहन
जिला प्रधान अजय राणा ने कहा कि उनका धरना प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से चलेगा। आज सरकार का पुतला दहन किया जाएगा। उन्होंने मुश्तरका मालकान कानून का जिक्र करते हुए बताया कि जमीन की चकबंदी हुई थी, उस वक्त सरकार ने हर मुरब्बे से किसानों के हिस्से की कुछ जमीन अपने पास रख ली थी। जिसके पास जितनी जमीन थी, उसी के हिसाब से उसका हिस्सा काटा गया था। यह जमीन कुएं व अन्य जमीनों के रास्तों के लिए थी या फिर बची हुई जमीन का उपयोग गौ चरांद, स्कूल, स्टेडियम व अन्य तरह से किया जा रहा था और कुछ हिस्से पर किसानों द्वारा खेती की जा रही थी।
CM आवास के पास जमीन पर सोते किसान।
अब सरकार माननीय न्यायालय के माध्यम से वह कानून तोड़कर उस जमीन का इंतकाल अपने नाम करवाने जा रही है, जो इंतकाल किसानों के नाम था] अब वह अपने नाम करवाने जा रही है। ऐसे में किसान उक्त जमीन के मालिक नहीं रहेंगे। पूरे हरियाणा के अंदर लाखों एकड़ जमीन है और प्रत्येक किसान पर इसका असर पड़ेगा। पहले ही किसान कर्ज के बोझ में है और दूसरा सरकार किसान विरोधी नीतियां लेकर आ रही है, जिसे किसान बर्दाश्त नहीं करेंगे।
1 सितंबर को कुरुक्षेत्र में हरियाणा के किसानों की बैठक
CM आवास के बाहर धरने पर बैठे किसानों ने कहा कि अगर उन्होंने जल्द ही उनकी मांगें नहीं मानी तो आने वाली 1 सितंबर को किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी द्वारा पूरे हरियाणा की बैठक कुरुक्षेत्र बुलाई हुई है और इसके बाद ही अगला फैसला लिया जाएगा।