करनाल पहुंचे MHU के कुलपति: उद्यान महाविद्यालय का किया दौरा, बोले कार्यों में तेजी लाए अधिकारी-कर्मचारी

 

करनाल पहुंचने पर कुलपति का स्वागत करते अधिकारी।

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय करनाल के कुलपति सुधीर राजपाल ने MHU के उद्यान महाविद्यालय अंजनथली का दौरा किया। उन्होंने MHU में बने हाईटेक पॉली हाउस, शेडनेट हाउस व रिट्रेक्टेबल पोली हाउस का निरीक्षण किया, भिडी और घीया का हाइब्रिड बीज प्रोडक्शन के कार्यों को देखा।

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इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से पूछा की किसानों को बीज कब तक उपलब्ध करवाया जा सकता हैं। उन्होंने वैज्ञानिकों से कहा कि रिसर्च कार्यों में तेजी लाई जाए ताकि किसानों तक नवीनतम तकनीकें पहुंचे, जो किसानों के लिए आर्थिक लाभ वाली साबित हो। किसानों की आय में इजाफा हो।

विश्वविद्यायल के कार्यो का निरीक्षण करते कुलपति।

विश्वविद्यायल के कार्यो का निरीक्षण करते कुलपति।

विश्वविद्यालय में चल रही रिसर्च की भी ली जानकारी

कुलपति ने अनुसंधान निदेशक से विश्वविद्यालय में चल रहे रिसर्च कार्यों के बारे में पूछा तो इस पर कुलपति को बताया कि यूनिवर्सिटी में चार लैब बन चुकी है, इनमें सीड इन्फ्रा लैब, बायो कंट्रोल लैब, क्वालिटी कंट्रोल लैब व टिश्यु कल्चर लैब शामिल है। बायो कंट्रोल लैब में रिसर्च के काम चल रहे है। उन्होंने अधिकारियों से विश्वविद्यालय में चल रहे प्रोजेक्ट, रिसर्च, शैक्षणिक कार्यों के बारे में प्रोग्रेस रिपोर्ट हासिल की। रजिस्ट्रार डॉ. अजय सिंह ने कुलपति को विश्वविद्यालय की स्थापना से लेकर अब तक किए गए कार्यो के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

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70 विद्यार्थियों का हो चुका एडमिशन

​​​​​​​उन्होंने महाविद्यालय के डीन प्रो. रंजन गुप्ता से शैक्षणिक गतिविधियों के बारे में पूछा तो डीन प्रो. गुप्ता ने कुलपति को बताया कि उद्यान महाविद्यालय में करीब 70 विद्यार्थियों का एडमिशन हो चुका है, तीसरा बैच चल रहा है। इनमें MSC ओर PHD के विद्यार्थी शामिल है, उनकी संख्या करीब 27 है ओर अब तक 23 MSC ओर 6 PHD के पास हो चुके है।

करीब 70 करोड़ के कार्य जारी, 31.63 लाख के पूरे

​​​​​​​कुलपति ने विश्वविद्यालय सहित क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्रों में चल रहे निर्माण कार्यों के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली गई। जिसमें अधिकारियों ने बताया कि विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्रों में 31 करोड़ 63 लाख रुपए के कार्य पूरे हो चुके है जबकि 70 करोड़ 75 लाख रुपए के कार्य चल रहे हैं। जिन पर तेजी से काम चल रहा हैं। जल्द ही इन कार्यों को भी पूरा कर लिया जाएगा।

 

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