एसडीएम मनीष फोगाट ने प्रशाननिक अमले के साथ किया गांवों का दौरा पराली जलाने वाले किसानों को लगाया हजारों का जुर्माना

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एस• के• मित्तल   
सफीदों,     सफीदों के एसडीएम मनीष कुमार फोगाट ने शनिवार को प्रशासनिक अमले के साथ पराली जलाने की समस्या को लेकर उपमंडल के धर्मगढ़, मलिकपुर, रोहड, मुआना, सिंघाना, पाजू खुर्द, जयपुर, छाप्पर, सिल्लाखेड़ी, बहादुरगढ़, रत्ताखेड़ा व कारखाना समेत दर्जनों गांवों में जाकर खेतों का मुआयना किया। इस मौके पर कृषि विभाग, पंचायत विभाग, पटवारियों, नंबरदारों, सरपंचों व अग्रिशमन का अमला साथ रहा।
एसडीएम ने जिन खेतों में किसानों ने पराली में आग लगाई हुई थी, उनमें अग्रिशमन के माध्यम से आग को बुझवाया और उन खेतों के किसानों को जुर्माना भी लगवाया। एसडीएम ने गांव जयपुर के एक किसान पर 2500 तो सिल्लाखेड़ी गांव में एक किसान पर 5000 रूपए जुर्माना ठोका। वहीं उन्हे ताकीद की कि अगर भविष्य में वे फिर से पराली में आग लगाते हुए मिले तो उनके खिलाफ पुलिस में एफआईआर भी दर्ज करवाई जाएगी। एसडीएम ने इस मौके पर गांवों में मानिटिरिंग के लिए सरपंचों, नंबरदारों, पटवारियों व कृषि विभाग के अधिकारियों की ड्यूटियां भी लगाई। उन्होंने किसानों को समझाया कि पराली आज नुकसान का नहीं बल्कि फायदे का सौदा है। पराली खरीदने वाले अनेक व्यापारी तो हैं ही साथ ही साथ पराली ना जलाने की स्थिति में सरकार भी आर्थिक सहायता दे रही है। इसके अलावा पराली ना जलाने को लेकर सरकार ने अनेक स्कीमें चलाई हुईं हैं।
किसान स्ट्रॉबेलर मशीन बुक करवाकर पराली की गांठे बनवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को धान की फसल के अवशेष जलाना भारी पड़ सकता है, जिसके लिए सरकार के साथ-साथ सर्वोच्च न्यायालय, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) व नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल पूरी तरह सख्त है। पराली जलाने से पर्यावरण दूषित होता ही है साथ ही साथ मानव व अन्य जीवों पर गहरा दुष्प्रभाव पड़ता है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे किसी भी सूरत में पराली ना जलाएं और उसका प्रबंधन करके सरकार की स्कीमों का लाभ उठाएं।
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