सुशासन सप्ताह के तहत समाधान शिविरों में जन समस्याओं का हो रहा निवारण
समाधान शिविर मे आई 28 समस्याएं
जींद, हरियाणा सरकार द्वारा सुशासन सप्ताह के अंतर्गत जिले में समाधान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें नागरिकों की व्यक्तिगत और सार्वजनिक शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर निपटारा किया जा रहा है। उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने सोमवार को स्थानीय लघु सचिवालय के सभागार में प्रातः 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक इन शिविरों में 28 समस्याओं की सुनवाई की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी समस्याओं का समाधान शीघ्र और नियमानुसार सुनिश्चित करें और जन सेवा को अपने कार्य का केंद्र बिंदु बनाएं। उपायुक्त ने बताया कि हरियाणा सरकार का उद्देश्य नागरिकों को त्वरित और समयबद्ध सेवाएं उपलब्ध कराना है। समाधान शिविरों के माध्यम से जनता को एक छत के नीचे राहत प्रदान की जा रही है। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिया कि वे सीपी ग्राम पोर्टल पर लंबित शिकायतों का शीघ्र निपटारा सुनिश्चित करें और शिविरों में शिकायतकर्ताओं को उनके समाधान की जानकारी दी जाए।
समाधान शिविर में फैमिली आईडी से संबंधित समस्याएं अधिक सामने आईं। गांव अमरहेड़ी के कर्मवीर और भतेरी ने अपनी फैमिली आईडी में आय कम करवाने की समस्या रखी। मांडी खुर्द के जय भगवान ने भी इसी प्रकार की समस्या प्रस्तुत की। विशनपुरा की विमला ने गुलाबी राशन कार्ड बनवाने, फैमिली आईडी दुरुस्त करने और अपनी सास का नाम हटवाने की अर्जी दी। सहानपुर निवासी राहुल ने अपनी विकलांगता पेंशन बनवाने का आवेदन किया। उपायुक्त ने इन सभी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए। उपायुक्त ने यह भी कहा कि समाधान शिविर न केवल जिला मुख्यालय पर बल्कि उपमंडल स्तर पर भी आयोजित किए जा रहे हैं, जहां नागरिक अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त कर रहे हैं। डीएमसी गुलजार मलिक ने बताया कि नरवाना नगर परिषद में केवल एक शिकायत प्राप्त हुई है, जिसका समाधान एक सप्ताह के भीतर कर दिया जाएगा।
सुशासन और विकास को नई दिशा देने के उद्देश्य से “सुशासन कार्यशाला” आयोजित
इसी दौरान जिला में सुशासन और विकास को नई दिशा देने के उद्देश्य से उपायुक्त की अध्यक्षता मे “सुशासन कार्यशाला” का भी आयोजन किया गया।
जिसमे उपायुक्त ने पिछले 5 वर्षों में जिले में अपनाई गई सुशासन की विभिन्न पहलों और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सुशासन केवल प्रक्रियाओं को सरल बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आम नागरिकों के जीवन में सुधार लाने का माध्यम है। इस दौरान एडीसी विवेक आर्य, सीईओ जिला परिषद अनिल दून, एसडीएम जींद सत्यवान मान, एसडीएम सफीदों मनीष फोगाट, एसडीएम नरवाना दलजीत सिंह,सीटीएम डॉ.आशीष देशवाल, एसडीएम जुलाना प्रवीण कुमार सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।