एस• के• मित्तल
सफीदों, राजकीय महाविद्यालय सफीदों की एनएसएस इकाई द्वारा गांव करसिंधु में चल रहे सप्त दिवसीय अहर्निश कैंप का बुधवार को समापन हो गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय से एनएसएस समन्वयक डा. जितेंद्र कुमार ने शिरकत की। इस मौके पर स्कूल प्राचार्या सुनीता वर्मा विशेष रूप से मौजूद थीं। एनएसएस अधिकारी डा. जयविंद्र शास्त्री व रीनू देवी ने कैंप की 7 दिवसीय रिपोर्ट प्रस्तुत की। डा. जयविंद्र शास्त्री ने बताया कि शिविर के दौरान एनएसएस स्वयंसेवियों ने जल संरक्षण, नशा मुक्ति व सड़क व सामाजिक बुराईयों के खिलाफ गांव में जागरूकता रैलिया निकाली व कई नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किए।
सफीदों, राजकीय महाविद्यालय सफीदों की एनएसएस इकाई द्वारा गांव करसिंधु में चल रहे सप्त दिवसीय अहर्निश कैंप का बुधवार को समापन हो गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय से एनएसएस समन्वयक डा. जितेंद्र कुमार ने शिरकत की। इस मौके पर स्कूल प्राचार्या सुनीता वर्मा विशेष रूप से मौजूद थीं। एनएसएस अधिकारी डा. जयविंद्र शास्त्री व रीनू देवी ने कैंप की 7 दिवसीय रिपोर्ट प्रस्तुत की। डा. जयविंद्र शास्त्री ने बताया कि शिविर के दौरान एनएसएस स्वयंसेवियों ने जल संरक्षण, नशा मुक्ति व सड़क व सामाजिक बुराईयों के खिलाफ गांव में जागरूकता रैलिया निकाली व कई नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किए।
इसके अलावा योग, प्राणयाम, पौधारोपण, खेलकूद एवं सांस्कृतिक गतिविधियों का भी आयोजन किया। वहीं गांव व स्कूल प्रांगण में जोरदार स्वच्छता अभियान भी चलाया गया। समापन कार्यक्रम में स्वयंसेवकों द्वारा प्रस्तुत कविता पाठ, भाषण व सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने सभी का मन मोह लिया। इस अवसर पर कैंप के सर्वोत्तम स्वयंसेवक, स्वयंसेविका और सर्वोत्तम कमेटी को प्रशंसा पत्र व मेडल देकर सम्मानित किया गया। अपने संबोधन में मुख्यातिथि डा. जितेंद्र कुमार ने कहा कि राष्ट्र की सेवा सबसे सर्वोत्तम सेवा है। एनएसएस के माध्यम से बेहतरीन राष्ट्र सेवा की जा सकती है और विद्यार्थियों को एनएसएस में बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए।
राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के तहत स्वयंसेवकों को सरकार के द्वारा संचालित विभिन्न सामुदायिक सेवा गतिविधियों और कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर मिलता है। एनएसएस का आदर्श वाक्य है, नॉट मी बट यू। यह लोकतांत्रिक जीवन के सार को दर्शाता है और नि:स्वार्थ सेवा की आवश्यकता को पुष्ट करता है। एनएसएस छात्रों के विकास और दूसरे व्यक्ति के दृष्टिकोण की सराहना करने में मदद करता है। डा. जितेंद्र कुमार ने स्वयंसेवकों को आत्मनिर्भर भारत व डिजिटल इंडिया जैसे बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी दी। एनएसएस अधिकारी डा. जयविंद्र शास्त्री व रीनू देवी ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।